राजमाता विजयाराजे ने अपने त्याग एवं देशभक्ति से देश की राजनीति को नयी दिशा प्रदान की
नईदिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित अन्य नेताओं ने पार्टी की संस्थापक सदस्य रहीं विजयाराजे सिंधिया की जयंती पर उन्हें याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज कल्याण के लिए समर्पित कर दिया।
नड्डा ने ट्वीट कर कहा, 'अपना सम्पूर्ण जीवन समाज कल्याण के लिए समर्पित करने वाली राजमाता विजयाराजे सिंधिया जयंती पर उन्हें शत् शत् नमन। देश के लिए दूरदर्शिता रखने वाली राजमाता सिंधिया, हर नागरिक के लिए प्रेरणास्रोत हैं।'
अपना सम्पूर्ण जीवन समाज कल्याण के लिए समर्पित करने वाली राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी की जयंती पर उन्हें शत् शत् नमन।
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) October 12, 2020
देश के लिए दूरदर्शिता रखने वाली राजमाता सिंधिया, हर नागरिक के लिए प्रेरणास्रोत है।
गृहमंत्री अमित शाह ने किया याद
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष शाह ने अपने ट्वीट में विजयाराजे को याद करते हुए कहा, 'राजमाता सिंधिया जी ने अपने त्याग और राष्ट्रभक्ति से देश की राजनीति को नयी दिशा प्रदान की। राष्ट्र व विचारधारा के प्रति उनका समर्पण वंदनीय था। आपातकाल के समय लोकतंत्र को बचाने के लिए उन्होंने अत्याचारी शासन की घोर यातनाएं सहीं। विचारों और सिद्धांतों की अद्वितीय प्रतिमूर्ति को नमन।'
राजमाता सिंधिया जी ने अपने त्याग और राष्ट्रभक्ति से देश की राजनीति को नयी दिशा प्रदान की। राष्ट्र व विचारधारा के प्रति उनका समर्पण वंदनीय था। आपातकाल के समय लोकतंत्र को बचाने के लिए उन्होंने अत्याचारी शासन की घोर यातनाएँ सही। विचारों और सिद्धांतों की अद्वितीय प्रतिमूर्ति को नमन। pic.twitter.com/xkRgvxnfnU
— Amit Shah (@AmitShah) October 12, 2020
त्याग व समर्पण की प्रतिमूर्ति
वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सिंधिया की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए कहा, 'राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी ने राजसी जीवन त्यागकर संपूर्ण जीवन आमजन की सेवा में लगा दिया। त्याग व समर्पण की प्रतिमूर्ति रहा उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत है।'
उल्लेखनीय है कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया का जन्म 12 अक्टूबर1919 को सागर में हुआ था। वह ग्वालियर के आखिरी सत्ताधारी महाराजा जिवाजीराव सिंधिया की पत्नी थीं।