भाजपा की बंगाल में हुंकार: नड्डा ने ममता को बताया असहिष्णुता का दूसरा नाम
कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने दो दिवसीय पश्चिम बंगाल के दौरे के पहले दिन बुधवार को ममता बनर्जी की सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि असहिष्णुता का दूसरा नाम ममता बनर्जी है।
नड्डा ने कहा कि भारतीय जनसंघ और भाजपा का बंगाल से विशेष संबंध है। भारतीय जनसंघ को शुरुआती काल में दो राष्ट्रीय अध्यक्ष बंगाल से मिले हैं। जनसंघ की स्थापना दिवंगत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रेरणा से हुई थी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दृष्टि से विचारों का आदान-प्रदान करना प्रजातंत्र की खूबसूरती है। पश्चिम बंगाल तो विचारों के आदान-प्रदान के लिए जाना गया है। उन्होंने ये बात पार्टी के नए चुनावी कार्यालय और नौ जिला कार्यालयों के उद्घाटन पर कही।
भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा, "मुझे खुशी है कि आज पार्टी के यहां 9 कार्यालय समर्पित किए जा रहे हैं। बंगाल में आगे चलकर पार्टी के 38 कार्यालय बनने हैं। आज जिन कार्यालयों का शिलान्यास हुआ है, वो सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होंगे। इनमें ई-लाइब्रेरी, इंटरनेट, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, मीटिंग हॉल जैसी कई सुविधाएं होंगी। भाजपा के कार्यकर्ता भी बढ़ रहे हैं और कार्यालय भी।
उन्होंने कहा कि रवीन्द्रनाथ टैगोर ने जिस तरह से देश को दृष्टि दी वो सभी जानते हैं, लेकिन आज बंगाल में असहिष्णुता बढ़ती जा रही है। बंगाल में भाजपा ने एक लंबी लड़ाई लड़ी है। नौ साल पहले बंगाल में हमारा वोट प्रतिशत चार था। वर्ष 2014 में राज्य में हमारी लोकसभा सीटें दो हो गईं और हमारा वोट प्रतिशत 18 पहुंचा। वर्ष 2019 में हमारी सीटें 18 हुईं और वोट प्रतिशत 40 पहुंचा। वर्ष 2021 के चुनाव में भाजपा राज्य की 200 विधानसभा सीटें जीत कर विजयी होगी।नड्डा ने कहा कि ममता सरकार में भाजपा के अब तक 120 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है। मैंने 100 कार्यकर्ताओं का तर्पण खुद किया था। ये इंसानियत के विरोध में यह राजनीतिक असहिष्णुता की पराकाष्ठा है। हमारे कार्यकर्ता 2021 में ममता की सरकार को उखाड़ फेकेंगे।
केंद्रीय योजनाओं से ममता ने राज्य के लोगों को वंचित रखा -
नड्डा ने कहा कि ममता सरकार में हिंसा, भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, अपना-पराया और विकास के विरुद्ध कार्यों को संरक्षण दिया जा रहा है। केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत और किसान सम्मान निधि योजना लागू नहीं किए गए हैं। इससे बंगाल के लोगों को वंचित रखा गया है। यहां तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है। नड्डा ने कहा कि ऐसे बंगाल को देखकर दुःखी एवं शर्मशार होते हैं, लेकिन भाजपा बंगाल सोनार बांग्ला बनाएगी। इससे पहले नड्डा जब हेस्टिंग्स कार्यालय पहुंचे तो कृषि कानून का विरोध करते हुए कुछ लोगों ने उन्हें काले झंडे दिखाए। नड्डा के भाजपा दफ्तर पहुंचते ही विरोध शुरू हो गया।