11 राज्यों के उपचुनाव से लेकर बिहार विधानसभा चुनाव तक में भाजपा ने मारी बाजी
नई दिल्ली। कल यानी 10 नवंबर की तारीख भारतीय जनता पार्टी के लिए काफी खुश करने वाली रही। बिहार विधानसभा चुनाव से लेकर 11 राज्यों के उपचुनावों तक में पार्टी ने परचम लहराया है। पार्टी को जीत ही जीत मिली है। बिहार में जहां 74 सीटों पर उम्मीदवार जीतकर विधानसभा पहुंचने जा रहे हैं वहीं, उपचुनावों में 40 सीटें जीतने के बाद जोश सातवें आसमान पर है। बीजेपी इन जीतों को भुनाने की पूरी कोशिश करेगी, क्योंकि कोरोना संक्रमण के बाद देश में पहली बार चुनाव हुए थे।
भारतीय जनता पार्टी को यूं तो सीट बंटवारे में 121 सीटें हाथ लगी थी, लेकिन उसने अपने हिस्से से 11 मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी को दिया। इसके बाद बचे हुए 110 सीटों पर पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। हालांकि वीआईपी ने भी अधिकांश बीजेपी के नेताओं को ही उम्मीदवार बनाया।
चुनाव रिजल्ट पर नजर डालें तो बिहार में बीजेपी को 110 में से 74 सीटों पर सफलता मिली है। इस चुनाव में बीजेपी का वोट शेयर 19.5 प्रतिशत के करीब है। इलेक्शन रिजल्ट का अगर गणित देखें तो बीजेपी ने 67 प्रतिशत सीटों पर जीत दर्ज की है। स्ट्राइक रेट की लिहाल से इसे शानदार प्रदर्शन कहा जा सकता है। हालांकि बीजेपी की तुलना में जेडीयू का प्रदर्शन खराब रहा है। लोजपा ने उसे कई सीटों पर नुकसान पहुंचाया है।
अब बात उपचुनाव की विभिन्न राज्यों के 59 विधानसभा सीटों पर हुए उप चुनावों में बीजेपी ने अपना परचम लहराते हुए शानदार तरीके से 40 सीटें अपने नाम कर ली, जबकि कांग्रेस को केवल 12 सीटों पर संतोष करना पड़ा है। भाजपा ने मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर हुए उपचुनावों में से 19 सीटों पर जीत हासिल करते हुए राज्य में अपनी सत्ता बरकरार रखना सुनिश्चित कर लिया है।
मध्य प्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं और इस जीत के बाद भाजपा के पास अब 226 सीटें हो गई हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस नौ सीटों पर जीतने में ही कामयाब हो सकी और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का फिर से सत्ता पर काबिज होने का सपना टूट गया। राज्य में भाजपा को 49.5 प्रतिशत मत मिले है जबकि कांग्रेस को 40.5 प्रतिशत लोगों ने वोट दिया।
गुजरात में भाजपा ने अपनी लोकप्रियता बरकरार रखते हुए आठ सीटों पर हुए उप चुनावों में सभी पर जीत दर्ज कर ली है। राज्य में कांग्रेस ने इन चुनावों में बहुत खराब प्रदर्शन किया है और उसका कोई उम्मीदवार जीत हासिल नहीं कर सका। राज्य में कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के कारण ही ये उपचुनाव कराये गये। यहां भाजपा को 55.1 प्रतिशत और कांग्रेस को 34.3 प्रतिशत मत मिले है।
उत्तर प्रदेश में सात सीटों पर हुए उप चुनावों में भाजपा छह सीटों पर जीत गयी है और एक सीट समाजवादी पाटीर् की झोली में गयी है। उत्तर प्रदेश में भाजपा को 36.7 प्रतिशत और सपा को 23.6 प्रतिशत मत मिले है।
पूवोर्त्तर राज्य मणिपुर में भी पांच सीटों पर हुए उप चुनाव में भाजपा ने चार पर जीत हासिल कर ली है और एक सीट निर्दलीय ने जीत ली है। यहां भाजपा को 40.5 फीसदी वोट मिले है।
कनार्टक में दो सीट पर हुए उप चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा ने दोनों सीटें पर बाजी मार ली है और राज्य में भाजपा को बंपर 51.7 प्रतिशत मत प्राप्त हुए हैं।
तेलंगाना में भी एक सीट पर हुए उप चुनाव में भाजपा ने सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति के उम्मीदवार को मात देते हुए विजय हासिल की और उसे 38.5 प्रतिशत लोगों ने वोट दिया। इस जीत के साथ राज्य में भाजपा के दो विधायक हो गए हैं।
ओडिशा की दो सीटों पर सत्तारूढ़ बीजू जनता दल को जीत मिली हैं और भाजपा कुछ ख़ास प्रदर्शन नहीं कर सकी। सत्तारूढ़ पाटीर् को यहां 52.4 प्रतिशत मत मिले।
हरियाणा में एक मात्र बरोदा सीट पर हुए उप चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मारते हुए भाजपा के योगेश्वर दत्त को पछाड़ दिया है। वही पूवोर्त्तर के और राज्य नागालैंड में दो सीटों पर हुए उप चुनाव में नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पाटीर् को एक तथा एक पर निर्दलीय उम्मीदवार को जीत मिली हैं।
झारखंड में दो सीटों पर उप चुनाव कराये गये जहां एक पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की और एक पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने एक सीट जीत ली है।
छत्तीसगढ़ में भी अच्छा प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस ने एक मात्र सीट पर हुए उपचुनाव में जीत दर्ज की हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 56.1 प्रतिशत लोगों ने वोट दिया।