भारत और नेपाल स्वास्थ्य अनुसंधान में एक-दूसरे का करेंगे सहयोग, कैबिनेट ने MOU को दी मंजूरी
नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) तथा नेपाल की नेपाल स्वास्थ्य अनुसंधान परिषद (एनएचआरसी) के बीच समझौते को मंजूरी दे दी है।
इस समझौते का उद्देश्य सीमा-पार स्वास्थ्य मुद्दों, आयुर्वेद व पारंपरिक औषधि, जलवायु परिवर्तन एवं स्वास्थ्य, गैर-संचारी रोगों, मानसिक स्वास्थ्य, जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्री, वेक्टर जनित रोगों जैसे कि डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, जेई आदि, इंफ्लूएंजा, क्लीनिकल ट्रायल रजिस्ट्री, स्वास्थ्य अनुसंधान आचार नीति, ज्ञान के आदान-प्रदान के जरिये क्षमता निर्माण, कौशल टूल्स तथा टूल्स के अंगीकरण के लिए फेलो तथा सहयोग, दिशा-निर्देश, प्रोटोकॉल तथा स्वास्थ्य अनुसंधान से संबंधित सर्वश्रेष्ठ पद्धतियों जैसे पारस्परिक हित के संयुक्त अनुसंधान कार्यकलापों पर सहयोग करना है।
थर्ड पार्टी फंडिंग के लिए आवेदन
दोनों पक्ष अपने देश में संचालन के लिए इस समझौते के तहत अनुमोदित अनुसंधान के घटकों का वित्तपोषण करेगा या संयुक्त रूप से थर्ड पार्टी फंडिंग के लिए आवेदन करेगा। कार्यशालाओं व बैठकों और अनुसंधान परियोजनाओं के लिए फंड की उपलब्धता उस समय उपलब्ध निधियों के अनुसार समय पर तय की जाएगी। इन सभी कार्यकलापों को कार्यान्वित तथा निष्पादित करने की व्यवस्था पर सहमति कार्यकलाप आरंभ होने से पूर्व दी जाएगी।