सदन में कागज फाड़ने और माइक तोड़ने वाले सांसदों के खिलाफ ऐक्शन लेंगे चेयरमैन नायडू
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति और राज्यसभा चेयरमैन एम वेंकैया नायडू उन सांसदों के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं, जिन्होंने रविवार को कृषि सुधार विधेयकों को पारित कराए जाने के दौरान सदन में हंगामा किया। इन सांसदों ने वेल में आकर नारेबाजी करते हुए बिल की कॉपी फाड़ी और आसन के माइक को भी तोड़ डाला। इसके अलावा रूल बुक को भी उपसभापति पर उछाला गया।
तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ'ब्रायन, कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा, आप सांसद संजय सिंह और डीएमके सांसद तिरुचि शिवा को उपसभापति हरिवंश के पोडियम माइक को झपटते देखा गया। इन सांसदों ने आसन के नजदीक आकर नारे लगाए और कागज भी फाड़े। टीएमसी सांसद ने तो रूल बुक को उपसभापति पर उछाल दिया। हंगामा इतना अधिक बढ़ गया कि सदन की कार्यवाही को कुछ देर के लिए स्थगित करना पड़ा।
सूत्रों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि राज्यसभा चेयरमैन सांसदों के इस व्यवहार से काफी निराश हैं और वे इन सांसदों के खिलाफ कार्रवाई पर विचार कर रहे हैं। बीजेपी भी इन सांसदों के रुख से नाराज है। सदन में मौजूद बीजेपी के कई सांसदों ने कहा कि असंसदीय व्यवहार को लेकर इन सांसदों पर जरूर कार्रवाई होनी चाहिए।
तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और वाम सहित विभिन्न दलों के सदस्यों ने उस समय हंगामा किया जब उप-सभापति हरिवंश ने दोनों विधेयकों को प्रवर समिति में भेजे जाने के प्रस्ताव पर मतविभाजन की उनकी मांग पर गौर नहीं किया। हंगामे की वजह से एक बार के स्थगन के बाद बैठक पुन: शुरू होने पर सदन ने कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सरलीकरण) विधेयक-2020 और कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी।