पूर्वी लद्दाख में बैकफुट पर पहुंचा चीन बौखलाया, कहा - कुछ भारतीयों के दिमाग में हमेशा रहता है युद्ध
बीजिंग। पूर्वी लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव पैदा करने के बाद भी सफलता नहीं मिलने की वजह से चीन बौखला गया है। अब वह भारत की अंदरूनी राजनीति पर दखल देने लगा है। चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि कुछ भारतीयों के दिमाग में हमेशा युद्ध ही चलता रहता है, फिर चाहे देश के अंदरूनी हालात कैसे भी हों। लेख में यूपी बीजेपी चीफ स्वतंत्र देव सिंह के उस बयान का जिक्र किया गया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी ने पाकिस्तान और चीन के साथ युद्ध की कब होगा, इसे तय कर लिया है।
ग्लोबल टाइम्स के लेख में कहा गया, ''भारतीय मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार बीजेपी उत्तर प्रदेश के प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले से ही तय कर लिया है कि पाकिस्तान और चीन के साथ युद्ध कब होगा। इस तरह के महत्वाकांक्षी दावे भारतीय लोगों के लिए गलत धारणा बना देंगे कि भारत इतना शक्तिशाली है कि अगर वह चीन और पाकिस्तान के साथ युद्ध में जाता है तो वह निश्चित रूप से जीत जाएगा।'' ग्लोबल टाइम्स ने लेख में आगे सपने देखते हुए लिखा है, ''लेकिन वे (यूपी बीजेपी चीफ) इस बात का जिक्र करने में विफल रहे कि चीन की सैन्य ताकत सहित राष्ट्रीय ताकत भारत से कहीं अधिक है।''
चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में यह लेख विश्लेषक वांग वेनवेन ने लिखा है। हालांकि, उन्होंने यह भी माना है कि राजनीतिक दृष्टि से भारत एक प्रमुख शक्ति है। लेख में उन्होंने दो साल पहले हुए मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव का भी जिक्र किया है। उन्होंने लिखा, ''साल 2018 के अंत से बीजेपी पांच राज्यों में सरकार गंवा चुकी है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसढ़, महाराष्ट्र और राजस्थान। यह बीजेपी के सरकार चलाने की क्षमता पर संदेह खड़ा करता है।''
भारत की अंदरूनी राजनीति पर टिप्पणी करते हुए वांग ने लेख में लिखा है कि स्वतंत्र देव सिंह ने बीजेपी की प्रतिष्ठा को फिर से स्थापित करने में मदद नहीं की, लेकिन परिणामों को सोचे बिना युद्ध का जिक्र कर दिया है। इससे वर्तमान तनावपूर्ण भारत-चीन संबंधों और भारत में राष्ट्रवादी भावना उत्पन्न करते हुए वह बीजेपी के लिए कुछ समर्थन जरूर जुटा सकते हैं लेकिन वह भारतीयों को एक अव्यवहारिक मार्ग की ओर ले जा रहे हैं।
स्वतंत्र देव सिंह के बयान से बौखलाए चीनी विश्लेषक का कहना है कि भारत को बेलगाम दृष्टिकोण और कट्टर राष्ट्रवादी भावनाओं का सहारा लेने के बजाय गुडविल सिग्नल भेजने की जरूरत है। दुनियाभर में कोरोना वायरस फैलाने वाले चीन ने लेख में आगे कहा है कि अगर भारत लड़ाई जीतना चाहता है तो फिर उसे कोरोना वायरस पर फोकस करने की जरूरत है। दुनिया में सबसे ज्यादा मामलों में भारत दूसरे नंबर पर है। रविवार तक उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 6,882 तक पहुंच गया है। वहीं, इसकी तुलना में चीन में 4,634 लोगों की मौत हुई है।