कांग्रेस की 'भारत बचाओ' रैली : 'माफी नहीं मांगूंगा.. राहुल गांधी हूं, राहुल सावरकर नहीं'
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि वह अपने बयान पर माफी नहीं मांगेंगे, वह 'राहुल गांधी हैं, राहुल सावरकर नहीं'। राहुल गांधी के 'रेप इन इंडिया' वाले बयान पर कल संसद में हंगामा हुआ था और सत्ता पक्ष ने उनसे इसपर माफी की मांग की थी।
कांग्रेस की 'भारत बचाओ' रैली का शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजन किया गया। इस रैली में राहुल गांधी ने अध्यक्ष सोनिया गांधी से ठीक पहले अपना भाषण दिया और यह बाकी सभी नेताओं के भाषणों से सबसे लम्बा भाषण था। हालांकि राहुल ने अपने भाषण में नागरिकता संशोधन विधेयक के बारे में कुछ नहीं कहा। राहुल का भाषण बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधने पर केन्द्रित रहा।
राहुल ने अपने भाषण की शुरुआत कार्यकर्ताओं की प्रशंसा और 'माफी नहीं मांगूगा' के कथन से की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता अपनी बात से एक इंच भी पीछे नहीं हटते हैं और वह भी नहीं हटेंगे। 'वह सच्चाई के लिए मर जायेंगे, माफी नहीं मांगेगे।'
उन्होंने कहा कि माफी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को मांगनी चाहिए। दोनों नेताओं को अर्थव्यवस्था की स्थिति, बेरोजगारी और गरीब-किसान की बुरी हालत के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
राहुल ने कहा कि भारत और चीन को दुनिया का भविष्य कहा जाता था, लेकिन अकेले नरेन्द्र मोदी ने देश के भविष्य की सारी संभावनायें नष्ट कर दी। लोगों के खून पसीने की कमाई को 'गबर सिंह टैक्स' लगाकर खत्म कर दिया। आज देश में 45 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। प्रधानमंत्री ने वह काम किया है जो देश के दुश्मन करने की सोचते थे, उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था की विकास दर की रफ्तार पूरी तरह से गिरा दी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर व्यक्तिगत आक्षेप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी मांनती है कि ईमानदार व्यापारियों ने देश की अर्थव्यवस्था को बदला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के कुछ चुनिंदा व्यापारियों को लाभ पहुंचाने का काम किया है। गरीब-किसान की जेब से पैसा निकालकर प्रधानमंत्री ने कुछ चुनिंदा लोगों के कर्ज माफ किए हैं।