कोरोना संक्रमण से भारत की मृत्यु दर में आई 0.43% की कमी
नई दिल्ली। भारत का कोरोना से मृत्य दर (सीएफआर) यानि कोरोना वायरस रोग (कोविड -19) पॉजिटिव लोगों में मरने वालों का अनुपात - अगस्त 6 की शुरुआत में 2.15% से गिरकर 6 सितंबर को 1.72% हो गया है। भले ही मौतों की पूर्ण संख्या बढ़ गई हो लेकिन सीएफआर में गिरावट आ रही है। भारत में लगभग एक सप्ताह से 1,000 से अधिक मौते हो रही हैं और रविवार को कुल टोल 70,000 के पार हो गया।
अब तक 71,647 लोगों की मौत कोविड -19 से हुई है। भारत का सीएफआर वैश्विक औसत 3.2 प्रतिशत से काफी कम है। 12 और 10.6 प्रतिशत के साथ इंग्लैंड और मौक्सिको कोरोना से मृत्यू दर में सबसे आगे हैं।
सफदरजंग अस्पताल के विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड-19 मामलों की बढ़ती संख्या के साथ सीएफआर के ऊपर जाने की संभावना नहीं है। "देश में किए जा रहे परीक्षणों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है, जिसका अर्थ है कि हम अधिक मामलों का पता लगा रहे हैं। यही कारण है कि हम प्रतिदिन 80,000 कोविड -19 मामलों की रिपोर्ट कर रहे हैं। हालांकि, इसका एक उच्च अनुपात वे हैं जो स्पर्शोन्मुख हैं या हल्के लक्षणों को विकसित करते हैं और मरने की संभावना नहीं है।"
उन्होंने कहा कि "डॉक्टरों को बीमारी की बेहतर समझ है और उपचार प्रोटोकॉल को मानकीकृत किया गया है। ऑक्सीजन और आईसीयू बेड के लिए भी क्षमता बनाई गई है। ये उपाय से सीएफआर को नियंत्रण में रखने की संभावना है।"
कोरोना का संक्रमण जिस रफ्तार से बढ़ रहा है उससे तो यह अनुमान लगाया जा सकता है कि भारत अमेरिका को पीछे छोड़कर एक दिन नंबर वन हो जाएगा। जी हां, लगातार दूसरे दिन देश में कोरोना के 90 हजार से अधिक नए मामले सामने आए हैं। साथ ही 1000 से अधिक मरीजों की जान भी चली गई। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों पर गौर करें तो बीते 24 घंटे में कोरोना के 90,802 नए केस और 1,016 मरीजों की मौत के साथ ही भारत में महामारी के मामले 42 लाख के पार कर गए हैं।