शरद पवार के बयान से कांग्रेस को झटका- अडानी मुद्दे पर जेपीसी जांच की मांग गलत
नईदिल्ली। अडानी-हिंडनबर्ग मुद्दे पर सरकार को घेर रही कांग्रेस पार्टी की विपक्षी एकता को आज बड़ा झटका लगा है। महाराष्ट्र विकास अघाड़ी में धमिल एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने आज बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वे जेपीसी जांच से ज्यादा सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में जांच के पक्ष में हैं। उनके इस बयान के बाद राजनीतिक भूचाल आ गया है।
शरद पवार ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि ह जेपीसी जांच के विरोध में नहीं थे, लेकिन यदि समिति में 21 सदस्य हैं, तो 15 सत्ता पक्ष से और शेष छह विपक्ष पक्ष से होंगे।ऐसे में जेपीसी जांच पर सत्ताधारी दल का कब्जा रहेगा। , इसलिए इससे सच्चाई सामने नहीं आ पाएगी। तो मुझे लगता है कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी वाला पैनल ज्यादा बेहतर तरीके से सच्चाई सामने ला सकता है।" पवार ने आगे कहा, "आज कल अंबानी-अदाणी का नाम सरकार की आलोचना के लिए इस्तेमाल होने लगा है, लेकिन हमें यह देश के लिए उनके योगदान के बारे में सोचना चाहिए। मुझे लगता है कि हमारे लिए बेरोजगारी, महंगाई और किसानों का मुद्दा ज्यादा अहम है।"