विदाई भाषण के दौरान भावुक हुए गुलाम नबी, कहा - हिंदुस्तानी मुसलमान होना गर्व की बात

विदाई भाषण के दौरान भावुक हुए गुलाम नबी, कहा - हिंदुस्तानी मुसलमान होना गर्व की बात
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नईदिल्ली। राज्यसभा में आज मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल समाप्त हो गया। इस अवसर पर गुलाम नबी आजाद सहित प्रधानमंत्री मोदी भी भावुक नजर आये। गुलाम नबी आजाद ने देश से आतंकवाद की समाप्ति और कश्मीरी पंडितों को दोबारा बसाये जाने की कामना की।

उन्होंने अपने छात्र जीवन की याद करते हुए कहा की जब वह छात्र राजनीति के दौरान चुनाव लड़ते थे। उन्हें सर्वाधिक मत कश्मीरी पंडितों से मिलते थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कश्मीरी पंडितों को दोबारा बसाने की दिशा में कार्य करने का आग्रह किया। इसके लिए उन्होंने एक शेर पढ़कर कश्मीरी पंडितों का दर्द बयान किया। उन्होंने शायरी पढ़ते हुए कहा, 'गुजर गया वह जो छोटा सा एक फसाना था, फूल थे, चमन था, आशियाना था, न पूछ उजड़े नशेमन की दास्तां, न पूछ थे चार तिनके, मगर आशियाना था।' पाकिस्तान की मौजूदा स्थिति का जिक्र करते हुए आजाद ने कहा कि उन्हें फक्र होता है कि वह एक हिंदुस्तानी हैं।

हिंदुस्तानी मुसलमान होना गर्व की बात -

उन्होंने कहा, 'मैं उन खुशकिस्मत लोगों में हूं जो कभी पाकिस्तान नहीं गए। लेकिन जब मैं वहां के बार में पढ़ता हूं या सुनता हूं तो मुझे गौरव महसूस होता है कि हम हिंदुस्तानी मुसलमान हैं। विश्व में किसी मुसलमान को यदि गौरव होना चाहिए तो हिंदुस्तान के मुसलमान को गर्व होना चाहिए।'

आतंकी घटना का जिक्र किया -

उन्होंने अपने मुख्यमंत्री काल में जम्मू कश्मीर में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले का जिक्र किया। जिसका जिक्र कर प्रधानमंत्री मोदी भावुक हुए थे। उन्होंने कहा जम्मू एवं कश्मीर का मुख्यमंत्री बनने के कुछ ही दिनों के भीतर कश्मीर में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ और कुछ पर्यटक मारे गए थे। उन्होंने कहा कि वह जब हवाईअड्डे पहुंचे तब पीड़ित परिवारों के बच्चे उन्हें पकड़कर रोने लगे। आजाद ने कहा कि वह दृश्य देखकर उनके मुंह से चीख निकल गई, 'खुदा तूने ये क्या किया... मैं क्या जवाब दूं इन बच्चों को... इन बच्चों में से किसी ने अपने पिता को गंवाया तो किसी ने अपनी मां को... ये यहां सैर करने आए थे और मैं उनकी लाशें हवाले कर रहा हूं।'

देश से आतंक समाप्त हो जाए -

इस घटना के समय प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के और आजाद जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री थे। मोदी ने आजाद से उस आतंकी घटना से प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए कहा था। आजाद ने आगे कहा, अल्लाह से, भगवान से यही दुआ करता हूँ की देश से आतंकवाद खत्म हो जाए। उन्होंने कश्मीर में घटित आतंकी घटनाओं में मारे गए सुरक्षाबलों एवं आम नागरिकों की मौत का जिक्र करते हुए जल्द आतंक का अंत होने की कामना की।

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