सरकार और किसानों के बीच वार्ता समाप्त, नहीं बनी सहमति
नईदिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में जारी आंदोलन का आज 51वां दिन है। आज केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच आयोजित हुई नवें दौर की बैठक समाप्त हो गई है। इस बैठक मेंभी सरकार और किसानों के बीच एमएसपी और कृषि कानूनों पर सहमति नहीं बन पाई। इस बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और सोमप्रकाश उपस्थित रहें।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने वार्ता की जानकारी देते हुए बताया की किसान यूनियन के साथ 9वें दौर की वार्ता समाप्त हुई। तीनों क़ानूनों पर चर्चा हुई। आवश्यक वस्तु अधिनियम पर विस्तार से चर्चा हुई। उनकी शंकाओं के समाधान की कोशिश की गई। यूनियन और सरकार ने तय किया की 19 जनवरी को 12 बजे फिर से चर्चा होगी।हमने किसान यूनियन से कहा है कि अपने बीच में अनौपचारिक समूह बना लें, जो लोग ठीक तरह से क़ानूनों पर चर्चा कर एक मसौदा बनाकर सरकार को दें। हम उस पर खुले मन से विचार करने के लिए तैयार हैं।
सुप्रीम कोर्ट के प्रति हम सभी की प्रतिबद्धता है और आने वाले कल में भी रहेगी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भारत सरकार स्वागत करती है। सुप्रीम कोर्ट ने जो कमेटी बनाई है जब वो कमेटी भारत सरकार को बुलाएगी तब हम उस कमेटी के समक्ष अपना पक्ष रखेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने जो कमेटी बनाई है वो भी समाधान ढूंढने के लिए है
सरकार से चर्चा के बाद किसान संगठनों ने सरकार से चर्चा के बाद कहा की कोई समाधान नहीं निकला, न कृषि क़ानूनों पर न एमएसपी पर 19 जनवरी को फिर से मुलाकात होगी। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा सरकार से ही हम बात 2 ही बिंदु पर बात करेंगे । एक तीनों कृषि कानों वापस हो और दूसरी मएसपी पर बात हो।उन्होंने कहा की हम कोर्ट की कमेटी के पास नहीं जाएंगे, हम सरकार से ही बात करेंगे। उन्होंने कहा की हमारी हमारी प्राथमिकता एमएसपी रहेगी। सरकार एमएसपी से भाग रही है।