वायुसेना की बढ़ेगी ताकत, भारत के लिए तैयार पहले C-295 विमान ने भरी उड़ान
नईदिल्ली। भारतीय वायु सेना के लिए तैयार किए गए पहले सी-295 ट्रांसपोर्ट सैन्य परिवहन विमान ने तीन घंटे की पहली उड़ान कामयाबी के साथ पूरी की है। फ्रांसीसी कंपनी एयरबस डिफेंस एंड स्पेस ने यह उड़ान परीक्षण स्पेन के सेविले में किया है। अब इसके बाद इसी साल के अंत तक वायु सेना को पहला विमान मिलने का रास्ता साफ हो गया है। फ़्रांसीसी कंपनी के साथ पिछले साल सितंबर में 56 विमानों का सौदा फाइनल हुआ था। कंपनी 16 विमान स्पेन में तैयार करके भारत को 'फ्लाइंग मोड' में आपूर्ति करेगी। इसके अलावा 40 विमानों का निर्माण दस वर्षों के भीतर टाटा कंसोर्टियम भारत में ही करेगा।
एयरबस डिफेन्स ने ट्वीट किया, "भारत के लिए पहले सी-295 ने सफलतापूर्वक अपनी पहली उड़ान पूरी की। यह महत्वपूर्ण मील का पत्थर साल के अंत से पहले डिलीवरी का रास्ता साफ करता है।" एयरबस डिफेंस एंड स्पेस में मिलिट्री एयर सिस्टम्स के प्रमुख जीन-ब्राइस ड्यूमॉन्ट ने कहा, ''यह पहली उड़ान 'मेक इन इंडिया' एयरोस्पेस कार्यक्रम के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है। भारतीय वायु सेना के दुनिया में सी-295 का सबसे बड़ा ऑपरेटर बनने के साथ यह कार्यक्रम भारत की परिचालन क्षमताओं में सुधार करने की हमारी प्रतिबद्धता का उदाहरण भी है।
पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी
एयरबस ने कहा कि भारत के लिए पहले सी-295 ने अपनी पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी कर ली है, जो 2023 की दूसरी छमाही तक इसकी डिलीवरी की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। सामरिक विमान ने 5 मई को स्थानीय समयानुसार सुबह 11:45 बजे स्पेन के सेविले से उड़ान भरी थी और तीन घंटे की उड़ान के बाद दोपहर 14:45 बजे जमीन पर उतरा।
स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट के साथ स्थापित
रक्षा मंत्रालय और स्पेन की कंपनी एयरबस डिफेंस एंड स्पेस के बीच 56 सी-295 विमानों के लिए पिछले साल 24 सितम्बर को अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे। सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति ने 08 सितम्बर को भारतीय वायु सेना के लिए 56 ट्रांसपोर्ट विमानों की खरीद को मंजूरी दी थी। इसमें 40 विमान दस वर्षों के भीतर टाटा कंसोर्टियम भारत में ही बनाएगा। बाकी 16 विमान सीधे कंपनी से चार साल के भीतर 'फ्लाइंग मोड' में भारत को आपूर्ति किए जाएंगे। यह अपनी तरह की पहली परियोजना है, जिसमें निजी कंपनी टाटा भारत में सैन्य परिवहन विमान का निर्माण करेगी। सभी 56 विमानों को स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट के साथ स्थापित किया जाएगा।