मंकीपॉक्स को लेकर सतर्क हुई सरकार, जांच के लिए 15 वायरस रिसर्च सेंटर को किया तैयार
नईदिल्ली। केरल में मंकीपॉक्स के एक मामले की पुष्टि होने के बाद केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय हरकत में आ गया है। इस संबंध में मंत्रालय ने केंद्रीय टीम रवाना कर दी है जिसमें राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), राम मनोहर लोहिया अस्पताल, नयी दिल्ली के विशेषज्ञों और स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल है। इसके साथ ही देश के सभी वायरस रिसर्च केन्द्रों को सतर्क कर दिया है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने देश में स्थापित 15 वायरस रिसर्च डायगनोस्टिक लैबोरेटरीज को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। आईसीएमआर के अनुसार देश के विभिन्न भागों में स्थापित 15 वायरस रिसर्च डायग्नोस्ट्क्सि लैबोरेटरीज सतर्क हैं। इस संक्रामक बीमारी को देखते हुए सभी 15 केन्द्रों के विशेषज्ञों को आईसीएमआर –एनआईवी पुणे ने प्रशिक्षित कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि केरल के कोल्लम जिले में मंकीपॉक्स के एक मामले की पुष्टि के मद्देनजर, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीमारी की जांच में केरल सरकार का सहयोग करने और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों के लिए एक बहु-विषयक केंद्रीय टीम भेजी गई है। मंकीपॉक्स के लक्षणों में सिरदर्द होना, बुखार आना, नोड्स में सूजन होना,शरीर में दर्द और कमर दर्द होना, ठंड लगना,थकान महसूस होना, चेहरे और मुंह के अंदर छाले होना, हाथ-पैर में रैशेज होना शामिल है।