यूक्रेन में घायल हुए हरजोत सिंह वायुसेना के विशेष विमान से भारत रवाना
नईदिल्ली। यूक्रेन की राजधानी कीव में 27 फरवरी को गोली लगने से घायल भारतीय नागरिक हरजोत सिंह को वायुसेना के विशेष विमान से भारत लाया जा रहा है। उनके साथ अन्य भारतीय नागरिक भी पोलैंड से स्वदेश लौट रहे हैं। पासपोर्ट खोने से भारत लौटने में अड़चन को भारत सरकार के सहयोग से दूर किया गया। इसके बाद सोमवार को वायुसेना के विशेष विमान ने हरजोत सिंह और अन्य भारतीय नागरिकों को लेकर उड़ान भरी है।
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच भारत लौटने के लिए 27 फरवरी को पोलैंड की तरफ आ रहे भारतीय नागरिक हरजोत सिंह बॉर्डर पर गोलियां लगने से घायल हो गये थे। कई गोलियां लगने से गंभीर घायलावस्था में हरजोत सिंह को वापस यूक्रेन की राजधानी कीव ले जाया गया। वहां एक अस्पताल में हरजोत सिंह का इलाज किया जा रहा था। बॉर्डर पर घायलावस्था के दौरान हरजोत सिंह का पासपोर्ट खो गया था, इसलिए इस दरम्यान उन्होंने एक वीडियो जारी करके कहा था कि दूतावास से किसी भी तरह का संपर्क स्थापित नहीं हो पा रहा है। उन्होंने दूतावास से मदद नहीं मिलने की बात भी कही थी।
इसी के बाद केंद्रीय मंत्री जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह ने रविवार को एक ट्वीट करके लिखा कि कीव में गोली लगने से घायल हुए भारतीय नागरिक हरजोत सिंह कल हमारे साथ भारत लौट जाएंगे। हरजोत सिंह को सोमवार तड़के अस्पताल की एम्बुलेंस से यूक्रेन की सीमा पार करके पोलैंड लाया गया। उनके साथ भारतीय राजनयिक भी थे। इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक के मुताबिक सीमा पर उनको पोलिश रेडक्रॉस सोसायटी की एम्बुलेंस में ट्रांसफर किया गया। एम्बुलेंस से पोलैंड में भारतीय वायु सेना के विशेष विमान तक पहुंचे हरजोत सिंह को आज तड़के एयर लिफ्ट किया गया। उनके साथ अन्य भारतीय नागरिक भी पोलैंड से स्वदेश लौट रहे हैं।
पोलैंड से उड़ान भरने से पहले केन्द्रीय मंत्री जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह ने ट्विट किया कि भारतीय वायुसेना के विमान सी-17 में सवार 200 यात्रियों में से एक हरजोत सिंह भी हैं। मैं देश को विश्वास दिलाता हूं कि वह अच्छे हाथों में है। उसके पीछे सबसे बुरा है। मैं उसे अपने परिवार के साथ फिर से देखने के लिए उत्सुक हूं। आशा है कि वह ठीक और तेजी से स्वस्थ होंगे। उन्होंने एक अन्य ट्विट में कहा कि आज जब हम लोग रेज़ज़ो से उड़ान भर रहे हैं, लेकिन इससे पहले 14 स्पेशल उड़ानों में लगभग 3000 भारतीयों को पोलैंड से निकाला जा चुका है।
इससे पहले यूक्रेन के खारकीव शहर में रहने वाले कर्नाटक के हावेरी जिला निवासी 21 वर्षीय मेडिकल छात्र नवीन शेखरप्पा की गोली लगने से मौत हो गई थी। घटना के समय नवीन स्टोर से खाने का सामान खरीदने निकले थे, तभी रूसी सेना ने वहां गोलीबारी की। नवीन के अलावा एक और भारतीय छात्र की यूक्रेन में युद्ध के दौरान ब्रेन स्ट्रोक की वजह से मौत हो चुकी है।