अंग प्रत्यारोपण में भारत का दुनिया में तीसरा स्थान
नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि मृत्यु के बाद अंग प्रत्यारोपण में भारत दुनिया में तीसरे स्थान पर है।उन्होंने बताया कि अंग प्रत्यारोपण की कुल संख्या डोनेशन एंड ट्रांसप्लांटेशन पर ग्लोबल ऑब्जर्वेटरी वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार देश में वर्ष 2013 में किए गए अंग प्रत्यारोपण 4 हजार 990 से बढ़कर वर्ष 2019 में 12 हजार 746 हो गया है। इस प्रकार भारत अब केवल संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाद दुनिया में तीसरे स्थान पर है।
अंगदान है महादान 🫀
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) November 27, 2021
The virtues of sacrifice & compassion are integral part of our rich culture.
Administered the pledge on the occasion of 12th Indian Organ Donation Day. Also, highlighted the need for organ donation & encouraged people for it. pic.twitter.com/9QRaCbjjqt
उन्होंने कहा कि अंगदान की दर 2012-13 की तुलना में करीब चार गुना बढ़ गई है। हालांकि हम अभी भी प्रत्यारोपण की आवश्यकता वाले रोगियों की संख्या और मृत्यु के बाद अंग दान करने लोगों की संख्या के बीच एक बड़े अंतर का सामना कर रहे हैं। इसके साथ कोरोना महामारी के कारण अंग दान और प्रत्यारोपण गतिविधियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। डॉ. मंडाविया ने अंगदान को महादान बताया। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति 'शुभ' और 'लाभ' पर जोर देती है, जहां व्यक्तिगत भलाई समुदाय की अधिक भलाई के साथ निहित है। उन्होंने कहा कि लोगों को जीते जी रक्तदान और मरने के बाद अंगदान करना चाहिए।