भारत करेगा तीन मिसाइलों का परिक्षण, 18 दिसम्बर को होगा अग्नि का टेस्ट
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नईदिल्ली। स्वदेशी हथियारों के सफल परिक्षण की श्रृंखला में भारत तीन नई मिसाइलों का परीक्षण करने के लिए तैयार है। इनमें कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी-2, लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-IV और मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल शामिल हैं। जिन्हें इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज के सहयोग से डीआरडीओ ने विकसित किया है।इसके परिक्षण के लिए इजराइल के रक्षा वैज्ञानिकों का एक दल भारत आ चुका है।
रक्षा सूत्रों ने कहा कि तीन मिसाइलों के परीक्षण किये जाने हैं जिसमें सशस्त्र बलों द्वारा कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी-2 का उपयोगकर्ता परीक्षण अनुकूल मौसम की स्थिति के अधीन रात के दौरान किया जाएगा। इस साल पृथ्वी-2 का यह तीसरा रात्रि परीक्षण होगा। 350 किलोमीटर की स्ट्राइक रेंज वाली इस मिसाइल को पहले ही सशस्त्र बलों में शामिल किया जा चुका है। इसी तरह लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-IV का परीक्षण 18 दिसम्बर को होना है। 4,000 किमी से अधिक की रेंज वाली 20 मीटर लंबी दो-चरण की परमाणु सक्षम अग्नि-IV मिसाइल दक्षिण पूर्व एशिया में कहीं भी लक्ष्य पर वार कर सकती है। भारत ने इससे पहले 02 जनवरी, 2017 को अग्नि-IV अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। पृथ्वी-2 और अग्नि-IV मिसाइलें पहले से ही सशस्त्र बलों से प्रमाणित हैं, इसलिए इनके परीक्षण को लेकर ज्यादा चिंता नहीं है।
इसके अलावा अगले हफ्ते मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (एमआरएसएएम) का विकास परीक्षण किये जाने की योजना बनाई गई है। इस मिसाइल का परीक्षण 22 दिसम्बर को किया जाएगा। एमआरएसएएम मिसाइल को दुश्मन के विमानों, मानवरहित हवाई वाहनों, मिसाइलों और रॉकेटों पर हमला करने के लिए डिजाइन किया गया है।इस 4.5 मीटर लंबी परमाणु सक्षम मिसाइल का वजन लगभग 2.7 टन है और यह 60 किलोग्राम का पेलोड ले जा सकती है।