नई शिक्षा नीति भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में सहायक : रमेश पोखरियाल
नईदिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉरमेश पोखरियाल'निशंक' ने भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को न केवल शिक्षा क्षेत्र में बल्कि आर्थिक मोर्चे पर भी आत्मनिर्भर बनाने में सक्षम करार दिया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री पोखरियाल ने एक कार्यक्रम के दौरान 'नई शिक्षा नीति : रोड मैप टू रोल आउट' के विषय पर बातचीत करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति भारतीय अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर बनाने में सहायक सिद्ध होगी। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वित्त-वर्ष 2024-25 तक भारत को पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है।
पोखरियाल ने कहा कि हमारी अपनी शिक्षा नीति होना आवश्यक है। जर्मनी, इज़राइल जैसे देशों का उदाहरण देते हुए पोखरिया ने कहा कि उनकी शिक्षा नीतियों ने उन्हें उस स्तर तक बढ़ने में मदद की है जिस स्तर पर वे अब हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारत की अपनी शिक्षा नीति पीएम मोदी द्वारा निर्धारित पांच ट्रिलियन डॉलर के अर्थव्यवस्था लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में पूरी दुनिया को भारत से बहुत अधिक उम्मीदें हैं और हम 'उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री' से लैस 'प्रतिभा' के माध्यम से दुनिया को बहुत कुछ दे सकते हैं। एनईपी-2020 अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देता है और यह भारत को विश्वगुरु बनाएगी।
पोखरियाल ने कहा कि यह नीति राष्ट्र-निर्माण में उल्लेखनीय भूमिका निभाएगी। मैं युवाओं से आह्वान करता हूं कि वे आत्मनिर्भर भारत के पीएम मोदी के सपने को साकार करने में पूरा सहयोग करें और अपना योगदान दें।