भारत ने WHO को लिखा पत्र, कहा - गाम्बिया में मौतों के लिए भारतीय कफ सिरप जिम्मेदार नहीं
नईदिल्ली। भारत के ड्रग कंट्रोलर ने गाम्बिया में हुई बच्चों की मौत के लिए भारत में निर्मित कफ सिरप को जिम्मेदार ठहराने के निष्कर्ष पर विश्व स्वास्थ्य संगठन( डब्ल्यूएचओ) को पत्र लिखा है। ड्रग कंट्रोलर ने लिखा है कि बच्चों की दुखद मौत के लिए भारतीय कंपनी द्वारा निर्मित खांसी की सिरप को बिना जांच के ही कठघरे में लाना सही नहीं था। भारतीय एजेंसी ने इस गंभीर मामले में मेडेन फार्मास्युटिकल द्वारा निर्मित खांसी और ठंड के चार कफ सिरप के सभी नमूने मौजूदा नियमों के अनुसार सरकारी प्रयोगशाला में परीक्षण के लिए भेजे गए थे और सभी चार उत्पाद मानक गुणवत्ता वाले पाए गए हैं।
ड्रग कंट्रोलर ने लिखा है कि भारत यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि दवाओं और सौंदर्य प्रसाधनों के गुणवत्ता नियंत्रण में निर्माण के उच्चतम मानकों को बनाए रखा जाए। लेकिन गाम्बिया में हुई मौतों को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी अलर्ट को विश्व के मीडिया ने बढ़ा-चढ़ा कर प्रसारित किया। बिना जांच के निष्कर्ष निकालना सही नहीं था। भारतीय जांच के अनुसार सारे उत्पाद मानकों के अनुरूप हैं। इसकी सारी प्रक्रिया और नतीजे संगठन के साथ साझा किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि नवंबर में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत की फार्मास्युटिकल्स कंपनी के बनाए 4 कफ-सिरप को लेकर अलर्ट जारी किया था। संगठन के मुताबिक चारों प्रोडक्ट मानकों पर खरे नहीं हैं। ये सुरक्षित नहीं हैं, खासतौर से बच्चों में इनके इस्तेमाल से गंभीर समस्या या फिर मौत का खतरा है। संगठन के मुताबिक गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत गुर्दों की हालत बेहद खराब हो जाने की वजह से हुई है। बहुत मुमकिन है कि इन सिरप के इस्तेमाल के चलते ही बच्चों की मौत हुई हो। ये प्रोडक्ट अभी सिर्फ गाम्बिया में पाए गए हैं।