मोदी-मुख्यमंत्रियों से मंत्रणा कर उठा सकते हैं ठोस कदम
नई दिल्ली। देश में कोरोना को लेकर जिस तरह अचानक हालात बिगड़े हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह हरकत में आए हैं, उससे लग रहा है कि कोरोना को रोकने के लिए एकबार फिर कोई बड़ा फैसला सामने आ सकता है। लॉकडाउन खोलने को लेकर मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में मोदी द्वारा कोरोना का विस्तार गांव तक नहीं पहुंचने देने का मशविरा दिया गया था, लेकिन जिस तरह से ग्रामीण क्षेत्रों से हर रोज कोरोना प्रभावितों के बढऩे की संख्या सामने आ रही है, उससे लग रहा है कि मोदी की 16-17 जून को मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाली बैठक में कोई सख्त निर्णय सामने आ सकता है।
देश में पिछले 12 दिनों में कोरोना का संक्रमण जितनी तेजी से बढ़ा है, उसने केन्द्र सरकार के माथे पर बल पैदा कर दिया है। इससे राज्य सरकारें भी चिंता में डूब गई हैं। लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद संक्रमण का खतरा बहुत तेजी से बढ़ा है। आईसीएमआर की तरफ से भले सामाजिक रूप से विस्तार नहीं होने का दावा किया जय, लेकिन जिस तरह से कोरोना की घुसपैठ गांवों में हुई है, उसका साफ मतलब है कि अब कोरोना समाज को पकड़कर आगे बढऩे लगा है। यद्यपि 12 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में आर्थिक गतिविधियां शुरू करने पर जोर दिया था। लेकिन इसके साथ उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्रियों से संक्रमण गांवों तक नहीं पहुंचने देने की रणनीति बनाने का आग्रह भी किया था। लेकिन कोरोना अब गांवों तक पैर पसार चुकता है। लिहाजा, यह माना जा रहा है कि कोरोना पर ढील पर अधिकार मांगने वाले राज्य इस विस्तार को रोकने केन्द्र से मदद का आग्रह कर सकते हैं।
शनिवार को कोरोना को लेकर दिनभर माथापच्ची चली। मोदी द्वारा देश के हालात की जानकारी ली गई। मंत्रियों और अधिकारियों के साथ हुई मोदी की बैठक में सबसे यक्ष प्रश्न था इसे कैसे रोका जाय। मोदी को जो रिपोर्ट दी गई, उसमें बताया गया कि कोरोना के कुल मामलों के दो तिहाई केवल 5 राज्यों के बड़े शहरों में काफी ज्यादा हैं। मोदी की कोरोना को लेकर मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक में दिल्ली समेत अन्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की स्थिति की समीक्षा की गई। इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, पीएम के प्रिंसिपल सेक्रटरी, कैबिनेट सचिव, स्वास्थ्य सचिव, आईसीएमआर के महानिदेशक शामिल हुए। इस बैठक में रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री के साथ समीक्षा करने का फैसला लिया गया। उधर मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ फिर बैठक करने का निर्णय लिया।
दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर गृहमंत्री अमित शाह द्वारा रविवार सुबह 11 बजे उच्च स्तरीय बुलाई गई बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल सहित गृह मंत्रालय के दूसरे अधिकारी शामिल होंगे। इसके अलावा गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार शाम पांच बजे एक और बैठक बुलाई है। इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन,मुख्यमंत्री केजरीवाल, उपराज्यपाल अनिल बैजल, एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया,के अलावा दिल्ली के नगर निगमों के महापौर, नगर निगमों के कमिश्नर, गृह और स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। मालूम हो किर दिल्ली में कोरोना टेस्ट कम किए जाने और मौत के आंकड़ों को लेकर विवाद है। लिहाजा, इस बैठक में उस मुद्दे पर भी चर्चा होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों व प्रशासकों के साथ बातचीत करेंगे। सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्रियों के साथ मोदी दो चरणों में बात करेंगे। पहले चरण में 16 जून को छत्तीसगढ़ ,पंजाब, असम, केरल, उत्तराखंड, झारखंड, त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश, गोवा, मणिपुर, नागालैंड, मेघालय, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश चंडीगढ़, पुडुचेरी, लद्दाख, दादर नगर हवेली, अंडमान निकोबर, दमन दीव और लक्षद्वीप के साथ बात होगी। 17 जून को मोदी की , मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के अलावा महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, राजस्थान, यूपी, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, बिहार, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, तेलंगाना, ओडिशा के मुख्यमंत्रियों से बात होगी। इस बार मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाली बैठक में फिर कोई बड़ा फैसला सामने आ सकता है। क्योंकि लॉकडाउन में छूट के साथ जिस तरह से कोरोना का विस्तार तेजी से हो रहा है, उसे रोकने के लिए मोदी मुख्यमंत्रियों को साथ लेकर कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं। इससे पहले मोदी 20 मार्च, 2020 से लेकर अब तक पांच बार मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी 12 मई को सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत कर चुके हैं।