आधुनिक सुविधा एवं तकनीक से युक्त होगा नया संसद भवन, 10 दिसंबर को मोदी करेंगे शिलान्यास
नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 10 दिस्म्बर को संसद भवन की नई इमारत की नींव रखेंगे।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ये जानकारी दी।उन्होंने कहा की करीब 100 साल बाद देश को नया संसद भवन मिलबन जा रहा है। प्रधानमंत्री गुरूवार को संसद की नई इमारत का भूमि पूजन करेंगे।
मौजूदा श्रमशक्ति भवन के स्थान पर हर सांसद के लिए 40 वर्ग मीटर का कार्यालय उपलब्ध कराया जाएगा। यह कार्यालय भूमिगत रास्ते से नए संसद भवन से जुड़ा होगाः लोक सभा अध्यक्ष @ombirlakota pic.twitter.com/GCxfZEOiHb
— Lok Sabha TV (@loksabhatv) December 5, 2020
बताया जा रहा है की नई संसद भवन का निर्माण में आधुनिक तकनीकों एवं सुविधाओं को ध्यान में रखकर किया जायेगा। आधुनिक तकनीकों से परिपूर्ण इस इमारत के निर्माण में करीब 865 करोड़ रुपये खर्च होंगे। नए संसद भवन का डिजाइन अहमदाबाद के आर्किटेक्ट बिमल पटेल ने किया है। नए संसद भवन के निर्माण को सेन्ट्रल विस्टा नाम दिया गया है। जिसे टाटा कम्पनी पूरा करेगी।इस प्रोजेक्ट के तहत इंडिया गेट के आसपास 10 और इमारतें बनेंगी, जिसमे 51 मन्त्रालयों के दफ्तर होंगे। मौजूदा समय मे तमाम मन्त्रालयों के कार्यालय अलग-अलग इमारतों से संचालित हो रहे हैं।
888 सदस्यों के बैठने की होगी क्षमता -
तिकोने आकार में बन रही संसद की नई इमारत के वर्ष 2022 तक बनने की उम्मीद है। इसके तहत पुरानी बिल्डिंग के दोनों ओर तिकोने आकार में दो बिल्डिंग बनेंगी। पुराने संसद भवन का आकार गोल है। नई इमारत पुरानी बिल्डिंग के पास होगी। दोनों में एकसाथ काम होगा। अभी लोकसभा में 590 सदस्यों के बैठने की क्षमता है, जबकि नई लोकसभा में 888 सीटें होंगी। इसके अलावा दर्शक दीर्घा गैलरी में 336 लोगों के बैठने का प्रबंध होगा। राज्यसभा में सदस्यों के बैठने की क्षमता 280 से बढ़कर 384 होगी। संयुक्त सत्र के दौरान नई लोकसभा में ही 1272 से ज्यादा सांसद बैठ सकेंगे।