कोरोना महामारी से निपटने के वैश्विक प्रयासों में भारत आगे : राष्ट्रपति
नईदिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज एक कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा की कोरोना से निपटने में हमारे समन्वित प्रयासों से भारत विश्व में सबसे आगे रहा है। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि भारत सरकार की टीका मैत्री पहल के तहत भारत में निर्मित अत्यधिक किफायती टीके कई देशों में पहले ही पहुंच चुके हैं, जो "विश्व के औषधालय" के रूप में हमारी प्रतिष्ठा को फिर से मजबूत कर रहे हैं।
इस कार्यक्रम में चार देशों के नव नियुक्त राजदूतों के अलावा एक देश के उच्चायुक्त ने वर्चुअल माध्यम से राष्ट्रपति कोविंद को अपने परिचय पत्र सौंपे। इनमें अल सल्वाडोर गणराज्य के राजदूत गुइलेर्मो रूबियो फनेस, पनामा की राजदूत यासिल एलिंस बुरिलो रिवेरा, ट्यूनीशिया की राजदूत हायेत तालबी, ब्रिटेन के उच्चायुक्त एलेक्स एलिस और अर्जेंटीना गणराज्य के राजदूत ह्यूगो जेवियर गोब्बी शामिल हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के इन पांच देशों के साथ गर्मजोशी भरे मैत्रीपूर्ण संबंध हैं और हमारे रिश्ते शांति एवं समृद्धि के समान दृष्टिकोण पर गहराई से आधारित हैं। उन्होंने इन राजनयिकों के संबंधित देशों की सरकारों का वर्ष 2021-22 के कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अस्थायी सीट के लिए भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करने के लिए शुक्रिया अदा किया। अपने संबोधनों में इन राजनयिकों ने उन मजबूत साझेदारियों को रेखांकित किया जिसे उनके देशों ने भारत के साथ निभायी हैं। उन्होंने भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने के अपने नेतृत्व की प्रतिबद्धता को व्यक्त किया। इन राजदूतों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कोविड -19 के टीके उपलब्ध कराने के भारत के प्रयासों की भी सराहना की।