राहुल गांधी ने किसान रैली में चलाया ट्रेक्टर, सरकार पर लगाए आरोप
अजमेर। कृषि कानूनों और किसान आंदोलन के जरिये देश में राजनीतिक जमीन की तलाश कर रही कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ट्रेक्टर रैली में शमिल हुए। इस दौरान किसानों से जुड़ने के लिए राहुल गांधी ने ट्रैक्टर भी चलाया।उनके साथ ट्रैक्टर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा भी सवार थे। राहुल ने ट्रैक्टर रैली से पहले सभा में मोदी सरकार पर हमला बोला।
इससे पहले सुरसुरा गांव के वीर तेजाजी निर्वाणस्थली मंदिर में पूजा-अर्चना कर खुशहाली की कामना की। इसके बाद राहुल गांधी ने ट्रैक्टर रैली को संबोधित किया। रैली के लिए खासतौर पर ट्रैक्टर की ट्रॉलियों को जोड़कर मंच बनाया गया था। इस दौरान उन्होंने तीनों कृषि कानूनों के लक्ष्य और उनके पीछे की सोच समझाई। साथ ही कहा कि नए कृषि कानूनों से किसान, रेहड़ी वाले और छोटे व्यापारी बर्बाद हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आमजन के समर्थन व सहयोग से संसद से लेकर सड़क तक कृषि कानूनों का विरोध करती रहेगी। राहुल ने साफ कर दिया कि जब तक तीनों कानून वापस नहीं होंगे, तब तक मोदी सरकार से कोई बात नहीं करेगा।
कृषि दुनिया का सबसे बड़ा बिजनेस -
उन्होंने कहा कि कृषि दुनिया का सबसे बड़ा बिजनेस है। यह किसी एक व्यक्ति का नहीं है। नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि कृषि का पूरा बिजनेस उनके दो मित्रों के पास चला जाए। वे चाहते हैं कि हिन्दुस्तान के 40 प्रतिशत लोगों का बिजनेस दो लोगों के हाथ चला जाए। हिन्दुस्तान का किसान कह रहा है कि हम मर जाएंगे, लेकिन यह नहीं होने देंगे। यह मत सोचिए कि किसान अकेला है। उसके पीछे मजदूर और छोटे व्यापारी खड़े हैं।
बीस क्विंटल फूलों से स्वागत -
ट्रैक्टर रैली के बाद राहुल परबतसर चौराहा पहुंचे, जहां स्थानीय विधायक रामनिवास गावड़िया ने उनकी अगवानी की। यहां बीस क्विंटल फूलों की वर्षा कर उनका स्वागत किया गया। इसके बाद राहुल परबतसर में ऊंट गाड़ी पर सवार हुए। इस दौरान उन्हें किसी ने गेहूं की बालियां भेंट की तो किसी ने किसानी के प्रतीकस्वरूप हल। परबतसर से राहुल गांधी मकराना में आयोजित किसान सभा के लिए निकल गए।