केजरीवाल की राह पर निकले राहुल गांधी, गुजरात में सरकार बनने पर ये...चीजें मुफ्त देने का किया ऐलान

केजरीवाल की राह पर निकले राहुल गांधी, गुजरात में सरकार बनने पर ये...चीजें मुफ्त देने का किया ऐलान
X
कोरोना मृतकों के परिजनों को 4 लाख मुआवजा, 10 लाख युवाओं को रोजगार देने का भी वादा

अहमदाबाद। राज्य में विधानसभा चुनाव बस कुछ ही महीने दूर हैं। इसलिए सभी राजनीतिक दलों के दिग्गज नेताओं के गुजरात दौरे बढ़ रहे हैं। कांग्रेस के राहुल गांधी सोमवार को अहमदाबाद के दौरे पर हैं। रिवर फ्रंट में आयोजित संकल्प सम्मेलन में राहुल गांधी ने कई चुनावी घोषणाएं की हैं।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात में कोरोना से तीन लाख लोगों की मौत हुई है। क्या सरकार ने कोई मुआवजा दिया? कोरोना में मरने वालों के परिवारों को हम 4 लाख का मुआवजा देंगे। हम 10 लाख युवाओं को रोजगार देंगे। हम तीन हजार अंग्रेजी माध्यम के स्कूल बनाएंगे और लड़कियों को मुफ्त शिक्षा देंगे। राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंकने के लिए आज यहां गुजरात के कोने-कोने से बब्बर के हजारों शेर आए हैं जो वैचारिक लड़ाई लड़ रहे हैं।

किसानों की कर्ज माफ़ी

राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा ने सरदार पटेल की सबसे बड़ी मूर्ति बनाई। सरदार पटेल केवल एक व्यक्ति नहीं थे बल्कि वे गुजरात और हिंदुस्तान के किसानों की आवाज थे। यदि आप सरदार पटेल जी के भाषण सुनते या पढ़ते हैं, तो उन्होंने किसानों के खिलाफ कुछ नहीं कहा है। उनके बिना गुजरात में अमूल का उदय नहीं होता। भाजपा एक तरफ सरदार पटेल की दुनिया की सबसे बड़ी मूर्ति बनाती है और दूसरी तरफ उनके लिए काम करने वालों के खिलाफ हमेशा काम करती है।रिवर फ्रंट पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने दूसरे राज्यों के किसानों का कर्ज माफ किया है। यहां भी हम हर किसान का 3 लाख तक कर्ज माफ करेंगे। भाजपा ने 3 काले कानून लाकर किसानों के अधिकार छीनने का प्रयास किया था, इसलिए किसानों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन किया।

मादक पदार्थों की सप्लाई

राहुल ने कहा कि गुजरात नशे का केंद्र बन गया है। मुंद्रा बंदरगाह से मादक पदार्थों की सप्लाई हो रही है लेकिन कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। गुजरात के युवाओं का भविष्य तबाह किया जा रहा है फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। गुजरात के गरीब जमीन मांगते हैं तो कुछ नहीं मिलता। भूमि उद्योगपतियों को दी जाती है। गुजरात देश का ऐसा राज्य है जहां आंदोलन के लिए अनुमति लेनी पड़ती है।

Tags

Next Story