टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए रेलवे शुरू करेगा 190 ट्रेनें, ये होंगे...रुट
नईदिल्ली। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को थीम आधारित टूरिस्ट सर्किट ट्रेन 'भारत गौरव' शुरू करने की घोषणा करते हुए कहा कि भारतीय रेलवे भारत की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए थीम आधारित 'भारत गौरव ट्रेनें' चलाएगा।
To showcase India's rich cultural heritage, Hon'ble MR Shri @AshwiniVaishnaw announces introduction of theme based tourist circuit trains, "Bharat Gaurav Trains".
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) November 23, 2021
It would boost tourism in the country. pic.twitter.com/8AVqrqdxa0
रेल मंत्री वैष्णव ने यहां रेल भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यात्री और माल ढुलाई खंड के बाद रेलवे अब पर्यटन के लिए ट्रेनों का तीसरा खंड 'भारत गौरव ट्रेनें' शुरू करेगा। ये ट्रेनें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और शानदार ऐतिहासिक स्थानों को भारत और दुनिया के लोगों के सामने प्रदर्शित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने में मदद करेंगी।
190 ट्रेन आवंटित -
उन्होंने कहा कि थीम आधारित टूरिस्ट सर्किट ट्रेनों के लिए 3,033 कोचों की पहचान की गई है और लगभग 190 ट्रेनों को आवंटित किया गया है। ट्रेनों का संचालन निजी क्षेत्र और आईआरसीटीसी दोनों द्वारा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ट्रेनों का यात्री किराया टूर ऑपरेटरों द्वारा तय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ओडिशा, राजस्थान, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसी राज्य सरकारों ने इन ट्रेनों में रुचि दिखाई है।
गुरु कृपा और रामायण ट्रेन -
उन्होंने आगे कहा कि पर्यटन क्षेत्र के पेशेवरों की मुख्य ताकत का उपयोग भारत की विशाल पर्यटन क्षमता का दोहन करने के लिए पर्यटन सर्किटों को विकसित तथा पहचानने और थीम-आधारित ट्रेनों को चलाने के लिए किया जाएगा। यह ट्रेनें भारत की संस्कृति, विरासत को प्रदर्शित करने वाली थीम पर आधारित होंगी। उन्होंने कहा कि सेवा प्रदाता सिख संस्कृति के महत्वपूर्ण स्थानों को कवर करने के लिए गुरु कृपा ट्रेन, भगवान श्री राम से जुड़े स्थानों के लिए रामायण ट्रेनों आदि जैसी थीम तय करने के लिए स्वतंत्र होंगे। सेवा प्रदाता पर्यटकों को रेल यात्रा, होटल आवास, दर्शनीय स्थलों की व्यवस्था, ऐतिहासिक व विरासत स्थलों की यात्रा, टूर गाइड आदि सहित सभी समावेशी पैकेज प्रदान करेगा।
14 से 20 डिब्बों की अनुमति -
रेल मंत्री ने कहा कि सेवा प्रदाता थीम के आधार पर कोचों के इंटीरियर डिजाइन और सुसज्जित करने के लिए स्वतंत्र होंगे। ट्रेन के अंदर और बाहर दोनों जगह ब्रांडिंग और विज्ञापन की अनुमति होगी। ट्रेन की संरचना 2 एसएलआर (गार्ड वैन) सहित 14 से 20 डिब्बों की होगी।
ऑनलाइन पंजीकरण -
रेल मंत्री ने कहा कि सेवा प्रदाताओं के लिए एक पारदर्शी सरल ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया है। इसका पंजीकरण शुल्क एक लाख रुपये होगा। उपलब्धता के अधीन सभी पात्र आवेदकों को कोचों का आवंटन होगा। रेक सुरक्षा के लिए एक करोड़ प्रति रेक जमा कराने होंगे। इसके लिए व्यक्तिगत, पार्टनरशिप फर्म, कंपनी, सोसाइटी, ट्रस्ट, जेवी/कंसोर्टियम (अनिगमित/निगमित) पात्र हैं। उपयोग का अधिकार अवधि 2-10 वर्ष होगी।