रविशंकर प्रसाद ने कहा - नियमों को न मानकर कर रहे लोकतंत्र की बात
नई दिल्ली। राज्यसभा में रविवार के हंगामे की वजह से निलंबित किए गए विपक्ष के आठ सांसदों पर मोदी सरकार के मंत्रियों ने निशाना साधा। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद समेत विभिन्न मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ये सांसद नियमों को नहीं मान रहे हैं और लोकतंत्र की बात कर रहे हैं। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस बात के पर्याप्त प्रमाण उपलब्ध हैं कि यदि मार्शल (राज्यसभा) के उपसभापति हरिवंश जी की रक्षा नहीं करते, तो उन पर शारीरिक हमला हो सकता था।
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'संसद के इतिहास में कल का दिन सबसे शर्मनाक दिन था। माइक तोड़ा गया, उसका तार निकाल दिया गया। ऐसे लोग जो अपनी पार्टी के नेता हैं, उन्होंने रूल बुक को फाड़ दिया। जो दस साल तक यूपीए में मंत्री रहे हैं, वे पोडियम पर आ गए।'
उन्होंने विपक्षी सांसदों पर हमला बोलते हुए कहा कि हम सभी कई बार सांसद रह चुके हैं, लेकिन इस तरह का दृश्य नहीं देखा। जो इन सांसदों ने किया, उसे पूरे देश ने देखा और यह गैर-जिम्मेदाराना व शर्मनाक है। रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'हरिवंश जी वोटिंग के लिए तैयार थे, उन्होंने 13 बार अपील की लेकिन उसके बाद भी सीट पर नहीं गए।'
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि कोई भी चेयर पर हो, उसकी बात माननी चाहिए। उनकी बातों को मानना चाहिए। हमारे पास राज्यसभा में साफ बहुमत है। कल जितने सांसद थे, उसमें से 110 हमारी तरफ थे, जबकि विपक्ष की ओर सिर्फ 72 थे। सरकार के पास उच्च सदन में पूरी तरह से बहुमत था।