चमोली में धौली गंगा का जल स्तर उतरने के बाद बचाव कार्य दोबारा शुरू
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देहरादून। आपदा प्रभावित क्षेत्र में ऋषिगंगा नदी का जल स्तर बढ़ने के साथ ही धौली गंगा का भी जल स्तर बढ़ने से रोका गया रेस्क्यू ऑपरेशन फिर शुरू कर दिया गया है। 07 फरवरी का आई आपदा के बाद तपोवन में सुरंग में फंसे लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। लेकिन धौली गंगा का भी जल स्तर बढ़ने से रेस्क्यू अभियान रोक कर रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया था।
जिला प्रशासन की ओर से जारी सूचना के अनुसार कुछ देर बाद नदी का जलस्तर सामान्य होने पर रोका गया रेस्क्यू अभियान फिर से शुरू कर दिया गया है। अब स्थिति सामान्य है और रेस्क्यू अभियान शुरू हो गया है। तपोवन में टनल में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना के साथ आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ जुटी है।
प्राकृतिक आपदा में पानी के बहाव में बहे लोगों की खोज और टनल में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने का पांच दिन से अभियान चल रहा है। इस अभियान में सेना, पुलिस के साथ आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के जवान लगे हैं। आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने टनल में चलाये जा रहे रेस्क्यू अभियान का जिम्मा सम्भाला हैं। वहीं एसडीआरएफ और पुलिस की ओर से अलकनंदा नदी के तटों पर भी सर्च अभियान चलाया जा रहा है।
चमोली के पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने बताया कि आपदा प्रभावित क्षेत्र में पुलिस ने चार पुलिस उपाधीक्षक, तीन निरीक्षक, 18 उपनिरीक्षक, चार सहायक उपनिरीक्षक, तीन हेड कॉन्स्टेबल, 37 कॉन्स्टेबल, एक महिला कॉन्स्टेबल सहित 71 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा कोतवाली जोशीमठ के पुलिस अधिकारी व जवानों भी तैनात किया गया हैं। उन्होंने बताया कि इस रेस्क्यू अभियान में भारतीय सेना के 114 जवान, नौसेना के 16 जवान, वायुसेना के दो जवान, एसएसबी की एक टीम व स्वास्थ्य विभाग की चार मेडिकल टीमें बचाव स्थल पर तैनात की गई हैं।