नाक बचाने पवार उतरे विवादित गृहमंत्री के पक्ष में, कहा - आरोप निराधार, नहीं होगा इस्तीफा
मुंबई। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों से महाराष्ट्र की राजनीती में उथल-पुथल मची हुई है। भाजपा सहित पूरा विपक्ष गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग पर अड़ा हुआ है। इसी बीच पार्टी एवं महाविकास अघाड़ी सरकार की नाक बचाने के लिए एनसीपी प्रमुख शरद पवार गृहमंत्री देशमुख के पक्ष में सामने आए है। उन्होंने आज आयोजित प्रेसवार्ता में संवाददाताओं से चर्चा में गृहमंत्री देशमुख का बचाव किया। उन्होंने कहा की देशमुख गृहमंत्री के रूप कार्य करते रहेंगे। उनके इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता।
एनसीपी प्रमुख ने कहा गृहमंत्री पर परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोप गलत और निराधार है। उन्होंने कहा की हमें ऐसा लगता है की परमबीर सिंह ने ये आरोप इसलिए लगाए है क्योंकि उनका ट्रांसफर कर दिया गया है।' उन्होंने कहा की पूर्व कमिश्नर ने अपने पत्र में जिक्र किया है कि फरवरी महीने में उन्हें कुछ अधिकारियों से गृह मंत्री के फलां निर्देशों की जानकारी मिली थी, लेकिन उस समय वे 6 से 16 फरवरी तक कोरोना की वजह से अस्पताल में भर्ती थे।
पवार ने कहा की परमबीर सिंह जांच को गलत दिशा में ले जाने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने एक दस्तावेज दिखाते हुए कहा की गृहमंत्री अनिल देशमुख 6 से 16 फरवरी के बीच नागपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे। जहां उनका इलाज चल रहा था। जबकि परमबीर सिंह ने जो पत्र दिखाया है। उसके अनुसार गृहमंत्री और सचिन वझे के बीच देशमुख के ज्ञानेश्वर स्थित बंगले पर दोनों की मुलाकात हुई थी, जोकि संभव नहीं है। इसलिए गृहमंत्री देशमुख के इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता।