जेएनयू के 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' को जवाब दे केंद्र सरकार: शिवसेना

जेएनयू के टुकड़े-टुकड़े गैंग को जवाब दे केंद्र सरकार: शिवसेना
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मुंबई। शिवसेना के मुखपत्र सामना में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय और पाक अधिकृत कश्मीर को लेकर लेख छपा है। इस संपादकीय के जरिए कहा गया है कि जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' पर सरकार को गुस्सा है।

शिवसेना ने कहा है कि देश के टुकड़े करने के संदर्भ में घोषणाबाजी करनेवालों के विरोध में जवाबी घोषणाबाजी करने की बजाय 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' के कान के नीचे अखंड हिन्दुस्तान के नक्शे का जाल उभारना चाहिए और इसी को हम देशभक्ति कहते हैं।

देश के नए सेनाप्रमुख जनरल मनोज नरवणे ने पदभार संभालते ही मराठी स्वाभिमान दिखा दिया है। जनरल नरवणे ने नई दिल्ली में स्पष्ट शब्दों में कहा है कि पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) हमारा ही है। केंद्र सरकार आदेश दे तो पाक अधिकृत कश्मीर को कब्जे में ले लेंगे। जनरल नरवणे के बयान पर पाकिस्तान में प्रतिसाद देखने को मिल सकता है। लेकिन यदि प्रतिसाद हुआ तो भी पाकिस्तान क्या करेगा? क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार पाक का सिर पहले ही कुचला जा चुका है।

जनरल ने गलत कुछ नहीं कहा। पाक अधिकृत कश्मीर में ही सर्वाधिक आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर हैं और पाकिस्तानी सेना तथा आईएसआई के समर्थन से ये आतंकवादी कैंप चलाए जाते हैं। बीच के दौर में हमारे द्वारा जो कुछ भी सर्जिकल स्ट्राइक आदि की गई थी, वह इसी क्षेत्र में, परंतु सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने के बाद भी पाकिस्तानियों की दुम टेढ़ी की टेढ़ी ही है। उनकी खुराफातें कुछ कम नहीं हुई हैं। कश्मीर घाटी में आज भी हमारे सैनिकों का खून बहाया जा रहा है।

रोज बलिदान हो रहे हैं लेकिन कश्मीर की समस्या राजनैतिक अथवा चुनावभर के लिए उफान पर आती है तथा उस पर राजनीति की रोटियां सेंकी जाती हैं। यह अब रोज की ही बात हो गई है इसलिए जनरल नरवणे की नई नीति का हम स्वागत करते हैं। जनरल नरवणे कहते हैं हिन्दुस्तान की संसद ने ही फरवरी 1994 और उससे पहले ऐसा प्रस्ताव पास किया है कि पाक अधिकृत कश्मीर सहित संपूर्ण जम्मू-कश्मीर हिन्दुस्तान का अविभाज्य अंग है इसलिए पाकिस्तान को कश्मीर पर से अवैध कब्जा छोड़ देना चाहिए। संसद का ही ऐसा प्रस्ताव होने के कारण केंद्र यदि आदेश दे तो सेना को भेजकर पाकिस्तानियों की कमर तोड़ देंगे और संपूर्ण कश्मीर कब्जे में ले लेंगे, ऐसा उनका कहना है।

जनरल नरवणे केंद्र से सैन्य कार्रवाई का आदेश मांग रहे हैं तथा प्रधानमंत्री मोदी ऐसा आदेश दें, यही देश की भावना है। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद हर चुनाव में प्रचार सभा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी व भाजपा के सभी नेता बुलंद आवाज में कहते थे कि देशवासियों, अब अगला लक्ष्य पाक अधिकृत कश्मीर ही है। पाक द्वारा निगले गए कश्मीर को मुक्त कराकर अखंड हिन्दुस्तान का सपना पूरा करेंगे। जनरल नरवणे सरकार की उसी भूमिका को आगे बढ़ा रहे हैं। अमित शाह ने कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाकर क्रांति लाई। अब जनरल नरवणे को मोदी-शाह का आदेश मिलते ही पाक अधिकृत कश्मीर हमारा हो जाएगा और अखंड हिन्दुस्तान की पुष्पमाला वीर सावरकर को चढ़ाई जाएगी।

अखंड हिन्दुस्तान वीर सावरकर का बड़ा सपना था इसलिए वीर सावरकर का भी बड़ा सम्मान होगा। दूसरी बात ये है कि भाजपा की केंद्र सरकार साहसी और सामर्थ्यवाली है, यह साबित हो जाएगा। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी की 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' पर उनका गुस्सा है। देश के टुकड़े करने के संदर्भ में घोषणाबाजी करनेवालों के विरोध में जवाबी घोषणाबाजी करने की बजाय 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' के कान के नीचे अखंड हिन्दुस्तान के नक्शे का जाल उभारना चाहिए और इसी को हम देशभक्ति कहते हैं।

जनरल नरवणे ने इसी दिशा में कदम बढ़ाने के लिए केंद्र से आदेश मांगा है। हिन्दुस्तानी फौज संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करने के लिए कटिबद्ध है। न्याय, स्वतंत्रता, समानता व बंधुत्व आदि तत्वों की रक्षा के लिए हमारी सेना कटिबद्ध है। नैतिकता, नियम व संकेत का पालन करना हमारी फौज का कर्तव्य ही है। पाकिस्तानी फौज की तरह घुसपैठ करना हमारी फौज का पुरुषार्थ नहीं है। देश की संसद द्वारा पारित किए गए प्रस्ताव को अमल में लाने का आदेश सेनाप्रमुख ने मांगा है। केंद्र सरकार को अब पीछे नहीं हटना चाहिए। 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' को सबक सिखाने का यही उत्तम मार्ग है!

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