स्मृति ईरानी से अरविंद केजरीवाल से पूछा सवाल, कहा- बताएं क्यों रोका गया निगमों का फंड
नईदिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के निगम चुनाव टाले जाने को लेकर दिए बयान की कड़ी आलोचना की है। पार्टी का आरोप है कि नगर निगम के विकास कार्यों में अड़ंगा डालने के लिए दिल्ली सरकार ने उसका 13 हजार करोड़ का बकाया रोक रखा है।
दिल्ली में निगम के रिफॉर्म के विरोध में स्वयं केजरीवाल जी उपस्थित होंगे, ये शायद दिल्ली के नागरिकों ने कभी सोचा नहीं होगा।
— BJP (@BJP4India) March 11, 2022
लेकिन दिल्ली के नागरिक ये भी देख चुके हैं कि जब केजरीवाल जी ने नगर निगम का 7 वर्षों में 13,000 करोड़ रुपये रोक के रखा, ताकि निगम अपने कार्यों में विफल हो। pic.twitter.com/yrxLZgYRlg
केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को भाजपा मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर मुख्यमंत्री केजरीवाल के आरोपों का जवाब दिया। इससे पहले केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि आप की लहर को देखते हुए दिल्ली में बहाना बनाकर निगम चुनाव टाले गए हैं। भाजपा की वरिष्ठ नेता ईरानी ने पलटवार करते हुए कहा कि दिल्ली के नागरिकों ने देखा है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने नगर निगम का 7 वर्षों में 13 हजार करोड़ रुपये रोक रखा है। आप चाहती है कि निगम अपने कार्यों में विफल हो। मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए कि क्यों दिल्ली के सफाई कर्मी और सफाई व्यवस्था के फंड को रोक के रखा गया है। केन्द्रीय मंत्री ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि निगम चुनाव टाले जाने का स्वयं मुख्यमंत्री विरोध कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में नगर निगम के चुनाव कुछ समय के लिए केन्द्र के आग्रह पर चुनाव आयोग ने टाल दिए हैं। केन्द्र सरकार दिल्ली के तीन नगर निगमों को दोबारा एक करना चाहती है। आज केन्द्रीय मंत्री ईरानी ने कहा कि नगर निगमों के अधिकारियों ने इसकी पिछले साल ही मांग की थी।
ईरानी ने कहा, "दिल्ली में जिन पार्क में बच्चे खेलने के इच्छुक हैं, उनकी मेंटिनेंस का पैसा क्यों केजरीवाल जी रोक कर बैठे हैं। उनसे निवेदन है कि वो गरीब की झुग्गी-झोपड़ी तक विकास के काम होने दें, रिफॉर्म का काम होने दें।" भाजपा नेत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी को उत्तर प्रदेश में नोटा से कम वोट मिले, उत्तराखंड में 70 में से 55 सीटों पर जमानत जब्त हुई और गोवा में सिर्फ 6 प्रतिशत वोट मिले। यह हास्यास्पद है कि उस पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल देश के प्रधानसेवक (प्रधानमंत्री ) पर कटाक्ष कर रहे हैं।