विपक्ष किसान आंदोलन के जरिये राजनीति चमकाने का प्रयास कर रहा है : स्मृति ईरानी
नईदिल्ली। केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में आज देश हर में आहूत किये गए कृषि आंदोलन का मिश्रित असर देश भर में देखने को मिल रहा है। व्यावसायिक संगठनों द्वारा इस बंद से दूरी बनाने के बाद अधिकांश राज्यों में बाजार खुले हुए है एवं परिवहन पर भी कोई असर नजर नहीं आ रहा। भारत बंद के दौरान विभिन्न राजनितिक दलों और नेताओं की प्रतिक्रिया भी आना शुरू हो गई है।
इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भारत बंद पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा की बौखलाया हुआ विपक्ष जो वोट के माध्यम से जनता का समर्थन प्राप्त नहीं कर पाया, वो आज कानून-व्यवस्था को भंग करने पर उतारू हो चुका है। वे केवल अपनी राजनीति चमकाने में लगे हुए हैं।उन्होंने कहा कि इस बंद के पीछे कहीं न कहीं राजनीतिक दखल है ताकि अराजकता फैले। स्मृति ईरानी ने कहा कि जब संसद में कृषि सुधार बिल पेश हुआ था तो विपक्ष ने सरकार पर एमएसपी और एपीएमसी मंडियों को बंद करने का आरोप लगाया। लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। सरकार ने आश्वासन दिया कि एमएसपी को जारी रखा जाएगा और इसमें और सुधार किया जाएगा।
अरविंद केजरीवाल के भारत बंद के समर्थन पर स्मृति ईरानी ने कहा कि जब सरकार किसी बिल को प्रशासनिक और राजनीतिक रूप से स्वीकार करती है तो गजट अधिसूचित किया जाता है। अरविंद केजरीवाल ने कृषि कानून को अपनी स्वीकृति पहले ही दे दी है। अब इसका विरोध करने का क्या औचित्य है।