डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन पहली बार बने मुख्यमंत्री, 33 मंत्रियों के साथ ली शपथ

डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन पहली बार बने मुख्यमंत्री, 33 मंत्रियों के साथ ली शपथ
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चेन्नई। तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के प्रमुख एमके स्टालिन ने आज पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ 33 अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली। इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। मंत्रिमंडल में स्टालिन के बेटे को शामिल नहीं किया गया है।

तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने द्रमुक विधायक दल का नेता चुने जाने का पत्र सौंपने के बाद स्टालिन को राज्य में सरकार बनाने का न्योता दिया था। शुक्रवार का सुबह नौ राजभवन में तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने स्टालिन को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री स्टालिन के साथ उनकी पार्टी के 33 अन्य विधायकों ने मंत्री पद की पथ ली है। आज मंत्री पद की शपथ लेने वालों में 19 पूर्व मंत्री और 15 नए चेहरे शामिल हैं। स्टालिन के मंत्रिमंडल में दो महिलाओं को भी स्थान दिया गया।

मंत्रिमंडल में स्टालिन के बेटे उधयनिधि को शामिल नहीं किया गया हैं। डीएमके ने अपने सहयोगियों के साथ चुनाव लड़ा था और अपने दम पर पूर्ण बहुमत हासिल किया था। डीएमके की वर्ष 2006-11 की सरकार में स्टालिन उपमुख्यमंत्री थे और उनके पिता एम करुणानिधि मुख्यमंत्री थे। डीएमके ने विधानसभा चुनावों में 133 सीटें जीती हैं। कांग्रेस समेत उसके अन्य सहयोगियों ने 234 सदस्यीय विधानसभा में उनके गठबंधन कुल 159 सीटें जीती हैं।

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