सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने की तीन हाईकोर्टों में आठ नए जजों की नियुक्ति की सिफारिश
नई दिल्ली/स्वदेश वेब डेस्क। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने तीन हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त करने के लिए आठ नामों की सिफारिश की है। कॉलेजियम ने गुवाहाटी हाईकोर्ट के सात एडिशनल जजों को स्थायी जजों के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की है। कॉलेजियम ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के लिए प्रस्तावित एक नाम को वापस लौटा दिया है। पटना हाईकोर्ट के लिए प्रस्तावित पांच नामों को भी वापस कर दिया गया है।
कॉलेजियम ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के लिए दो न्यायिक अधिकारियों को जज के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की है। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के लिए जिन न्यायिक अधिकारियों के नामों की सिफारिश की गयी है उनमें ललित बतरा और अरुण कुमार त्यागी शामिल हैं। इसके अलावा कलकत्ता हाईकोर्ट के लिए दो वकीलों और एक न्यायिक अधिकारी के नाम को जज के रूप में नियुक्त करने की अनुशंसा की गयी है। इन तीन नामों में अनिरुद्ध राय, सौगत भट्टाचार्य और सुर्वा घोष शामिल हैं।
कॉलेजियम ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के लिए तीन न्यायिक अधिकारियों के नामों की अनुशंसा की है। इन तीन नामों में विष्णु प्रताप सिंह चौहान, राजीव कुमार श्रीवास्तव और शैलेन्द्र शुक्ला शामिल हैं। कॉलेजियम के पास पांच न्यायिक अधिकारियों के नाम मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त करने के लिए प्रस्ताव आए थे, लेकिन दो न्यायिक अधिकारियों के नामों पर बाद में विचार करने का फैसला किया गया। कॉलेजियम के समक्ष मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त करने के लिए पांच वकीलों के नाम भी प्रस्तावित थे, जिनको वापस लौटा दिया गया।
कॉलेजियम ने गुवाहाटी हाईकोर्ट के जिन 7 एडिशनल जजों को स्थायी जज के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की है उनमें जस्टिस लानुसुंगकुम जमीर, जस्टिस मानस रंजन पाठक, जस्टिस अचिंत्य माला बुजोर बरुआ, जस्टिस कल्याण राय सुराना, जस्टिस प्रशांत कुमार डेका, जस्टिस नेल्सन सैलो और जस्टिस अजित बोर्थाकुर शामिल हैं। इनमें जस्टिस लानुसुंगकुम जमीर का पहले ही मणिपुर हाईकोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया है। वहीं, पटना हाईकोर्ट के लिए प्रस्तावित चार वकीलों और एक न्यायिक अधिकारी के नामों को वापस कर दिया गया है। पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने जिन चार वकीलों के नामों को कॉलेजियम के पास भेजा था उनमें सुनील कुमार मंडल, आनंद कुमार ओझा, मोहम्मद नदीम सेराज और निवेदिता निर्विकार शामिल थे। इन नामों को वापस पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को भेज दिया गया है। पटना हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त करने के लिए प्रस्तावित न्यायिक अधिकारी बिधु भूषण पाठक के नाम को भी वापस भेज दिया गया है।