सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को कॉपी केंद्र को भेजने के दिए निर्देश, 10 को अगली सुनवाई
नईदिल्ली। पेगासस जासूसी की जांच की मांग करने वाली सभी याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई। ये याचिकाएं एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया, पत्रकारों, वकीलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा लगाईं गई है। याचिकाकर्ताओं ने इस मामले में SIT जांच की मांग की है। चीफ जस्टिस एनवी रमना की अध्यक्षता वाली बेंच ने सुनवाई करते हुए कहा की अगर जासूसी से जुड़ीमीडिया रिपोर्ट सही हैं तो ये गंभीर आरोप हैं। कोर्ट ने सभी याचिकाकर्ताओं से अपनी याचिका की कॉपी केंद्र सरकार को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में केंद्र सरकार को नोटिस जारी नहीं किया। कोर्ट ने कहा कि बिना केंद्र सरकार का पक्ष सुने नोटिस जारी नहीं करेंगे। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने याचिकाकर्ता के वकील कपिल सिब्बल से पूछा कि 2019 में इस तरह की बात सामने आई थी कि जासूसी की जा रही है। आज दो साल बाद याचिका क्यों दायर की गई है। तब सिब्बल ने कहा कि तब यह नहीं पता था कि इस जासूसी का दायरा कितना बड़ा है। सिब्बल ने कहा कि आज ही सुबह पता चला है कि सुप्रीम कोर्ट के एक रजिस्ट्रार की भी जासूसी हो रही थी।
सुप्रीम कोर्ट में पेगासस की जांच की मांग करते हुए अब तक पांच याचिकाएं दायर की गई हैं। इनमें वकील मनोहर लाल शर्मा, सीपीएम सांसद जॉन ब्रिटास, वरिष्ठ पत्रकार एन राम और शशि कुमार, परंजॉय ठाकुरता समेत पांच पत्रकार और एडिटर्स गिल्ड की याचिका शामिल है।