क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन तीन महीने बाद 50 हजार डॉलर के पर, नए ग्राहक तेजी से बढ़े
मुंबई।वैश्विक स्तर पर दुनिया की सबसे पुरानी और मार्केट कैप के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन ने करीब सवा तीन महीने के अंतराल के पर एक बार फिर 50 हजार डॉलर के स्तर को पार कर लिया है। आज के कारोबारी सत्र में बिटकॉइन की कीमत उछलकर 50 हजार,152.24 डॉलर के स्तर तक पहुंच गई। इस साल मई के महीने के बाद आज बिटकॉइन अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा है।
इसके पहले इस साल अप्रैल के महीने में बिटकॉइन 65 हजार डॉलर के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया था। अप्रैल के महीने के बाद से ही इस क्रिप्टो करेंसी में लगातार गिरावट का रुख बना, जिसकी वजह से मई महीने के मध्य में यानी 16 मई के बाद बिटकॉइन 50 हजार डॉलर के स्तर से नीचे लुढ़क गया था। उसके बाद कई सप्ताह तक इस क्रिप्टो करेंसी की कीमत 30 हजार से लेकर 40 हजार डॉलर के बीच ऊपर नीचे होती रही। अगस्त के महीने में बिटकॉइन ने रिकवरी शुरू किया। इस रिकवरी के बल पर शनिवार यानी 21 अगस्त को बिटकॉइन 49 हजार, 704.32 डॉलर के लेवल पर कारोबार कर रहा था। रविवार की छुट्टी के बाद आज बाजार खुलते ही बिटकॉइन ने जोरदार छलांग लगाई और 50 हजार डॉलर के स्तर को पार करके 50 हजार,152.24 डॉलर के स्तर पर पहुंच गया।
क्रिप्टो करेंसी से नए खरीदार-
क्रिप्टो करेंसी मार्केट के जानकारों का कहना है बिटकॉइन की कीमत में आई इस तेजी की मुख्य वजह इस क्रिप्टो करेंसी से नए खरीदारों का जुड़ना है। आने वाले दिनों में अगर बिटकॉइन से कुछ और खरीदार जुड़ते हैं, तो इसकी कीमत आने वाले कुछ दिनों यानी अल्प से मध्य अवधि में ही उछलकर 55 हजार डॉलर तक जा सकती है। लेकिन अगर नए खरीददार जुड़ने की जगह मुनाफा वसूली शुरू हुई, तो बिटकॉइन एक बार फिर 50 हजार डॉलर के स्तर से नीचे लुढ़क सकता है।
900 फीसदी का उछाल -
जानकारों का कहना है कि पिछले एक साल की अवधि में क्रिप्टो करेंसी मार्केट से जुड़ने वाले नए ग्राहकों की संख्या में लगभग 900 फीसदी का उछाल आया है। इसकी वजह से बिटकॉइन समेत अधिकांश क्रिप्टो करेंसी में तेजी का रुख बना हुआ है। इस स्तर पर मुनाफा वसूली की भी आशंका जताई जा रही है। अगर मुनाफावसूली हुई तो बिटकॉइन समेत ज्यादातर क्रिप्टो करेंसी की कीमत में तेज गिरावट भी आ सकती है।