रूस-यूक्रेन युद्ध ने कच्चे तेल में लगाई आग, भारत में बढ़ सकते है पेट्रोल-डीजल के दाम
नईदिल्ली। यूक्रेन-रूस के बीच पिछले आठ दिनों से जारी युद्ध का असर वैश्विक बाजार में दिखने लगा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 11 साल के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को ब्रेंट क्रूड की कीमत बढ़कर 117 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई है। इस बीच तेल उत्पादक ओपेक देशों ने कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी नहीं करने का फैसला किया है।
मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक कच्चे तेल के दाम में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रही है। डब्ल्यूटीआई क्रूड ऑयल का दाम 2.67 फीसदी की तेजी के साथ 113.6 डॉलर प्रति बैरल हो गई है। ब्रेंट क्रूड का भाव 3 फीसदी से ज्यादा उछलकर 117 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। ब्रेंट क्रूड का यह भाव 2011 के बाद सबसे ज्यादा है। बीते चार महीनों के दौरान कच्चे तेल के दाम में लगातार तेजी आई है।
उल्लेखनीय है कि दिसंबर, 2021 में ब्रेंट क्रूड का भाव 10.22 फीसदी बढ़ा, जबकि जनवरी, 2022 में 17 फीसदी, फरवरी में 10.7 फीसदी और मार्च में अब तक 16 फीसदी से ज्यादा कीमत बढ़ चुका है। कच्चे तेल में इस बढ़ोतरी का असर घरेलू बाजार में जल्द ही दिखने वाला है। पांच राज्यों में हो रहे विधान सभा चुनाव की वजह से पेट्रोल-डीजल के दाम नवंबर से नहीं बढ़े हैं लेकिन एक्सपर्ट का कहना है कि 10 मार्च के बाद इसमें बढ़ोतरी तय है।