'शाही लीची' की ऑनलाइन ऑडर पर 24 घंटे में होम डिलेवरी करेगा डाक विभाग
नई दिल्ली। कुदरत के अनुपम उपहार लीची के शौकीन इस बार घर पर ही स्वादिष्ट एवं मौसमी 'शाही लीची' का लुत्फ उठा सकेंगे। दरअसल ऐसा बिहार सरकार और डाक विभाग की पहल की वजह से संभव हो सकेगा। कोविड-19 के संक्रमण और मौजूदा लॉकडाउन के बीच बिहार सरकार और डाक विभाग ने इस बार लोगों के घरों तक शाही लीची पहुंचाने का जिम्मा उठाया है।
जिला बागवानी अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि 25 मई से लोग राज्य बागवानी विभाग की वेबसाइट हॉर्टिकल्चरडॉटबिहारडॉटजीओवीडॉटइन (horticulture.bihar.gov.in) पर ऑर्डर दे सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह सुविधा शुरुआत में पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर के लोगों को उपलब्ध कराई जाएगी और यदि प्रतिक्रिया अच्छी मिलती है तो इस सेवा को 'बिहार के सभी जिलों' में मुहैया कराया जाएगा।
इस संबंध में मुजफ्फरपुर के महाडाकपाल अशोक कुमार ने कहा कि डाक विभाग 24 घंटे में डिलेवरी सुनिश्चित करेगा, लेकिन 2 किलोग्राम या उससे अधिक के ही ऑर्डर बुक किए जाएंगे। वहीं, मुरौल फार्मर्स प्रोड्यूसर्स कंपनी के सीईओ ने कहा कि लीचियां पकने लगी हैं, सामान्य से कम मांग चिंता का विषय था। लेकिन, इसकी खेती करने वालों को उम्मीद है कि ऑनलाइन डिलिवरी की सुविधा से अच्छे दिन वापस लाने में मदद मिलेगी। 'मुरौल फार्मर्स प्रोड्यूसर्स कंपनी' से 750 किसान जुड़े हैं, जिनमें से 50 किसान शाही लीची उगाते हैं।
उल्लेखनीय है कि बिहार के मुजफ्फरपुर की 'शाही लीची' अनूठी खुशबू और अत्यधिक रसीली होने की वजह से लीची की अन्य किस्मों से जुदा है। इसका बीज भी लीची की अन्य किस्मों के बीज से छोटा होता है। 'शाही लीची' को दो साल पहले ही 'जीआई' (भौगोलिक संकेतक) टैग मिल गया था।