छोटी बचत में निवेश करने वालों के लिए खुशखबरी, सुकन्या, पीपीएफ को लेकर सरकार बना रही ये...योजना
वेबडेस्क। आम आदमी के लिए छोटी बचत बेहद अहम होती है। छोटे-छोटे निवेश ही उसके भविष्य को सुरक्षित बनाते और सपनों को साकार करने का काम करते है। यदि आप भी ऐसी ही छोटी बचत योजनाओं पीपीएफ (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana), एनपीएस या किसान विकास पत्र आदि में निवेश करने का विचार बना रहे है तो हम आपको बता दें की जो जानकारी हम इन बचत योजनाओं की आपको देने जा रहे है। वह आपके चेहरे पर मुस्कान ले आएगी।
जानकारी के अनुसार, सरकार सितंबर में पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर में बदलाव की योजना बना रहे है। जिसका सीधा लाभ छोटे निवेश वाले निवेशकों को होगा। महंगाई और बैंक के ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी के बीच इन सरकारी बचत योजनाओं पर पहले से ज्यादा ब्याज मिलने की उम्मीद है। सरकार ये बदलाव 1 अक्टूबर से लागू करेगी। आरबीआई की तरफ से तीन बार में रेपो रेट में 1.40 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। इसके बाद विभिन्न बैंकों ने एफडी और आरडी के ब्याज दर में इजाफा किया है।
आगामी 30 सितंबर को छोटी बचत योजना के लिए ब्याज दरों की समीक्षा होनी है। सरकार की तरफ से बचत योजनाओं पर इस बार ब्याज दर बढ़ने की पूरी उम्मीद है। बता दें की पिछले काफी समय से छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है। सूत्रों का कहना है की रिजर्व बैंक और अन्य सभी बैंक छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज को बढ़ाने के पक्ष में है।आरबीआई अब तक तीन बार रेपो रेट बढ़ा चुकी है लेकिन सरकार की तरफ से बचत योजनाओं पर किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। ऐसे में यह पूरी संभावना है कि पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि येाजना पर मिलने वाला रिटर्न भी बढ़ जाए।
वर्तमान समय में ब्याज दर -
वर्तमान समय में पीपीएफ में 7.1 प्रतिशत सालाना के हिसाब से ब्याज मिलता है। वहीं सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करने वालों को 7.6% वार्षिक का रिटर्न दिया जाता है। यदि आप नेशनल सेविंग्स रेकरिंग डिपॉटिज अकाउंट की बात करें तो इस पर 5.8% का रिटर्न है। किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 6.9 प्रतिशत है।