पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने भी की नीट-जेईई परीक्षा टालने की मांग

पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने भी की नीट-जेईई परीक्षा टालने की मांग
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नई दिल्ली। भारत में मेडिकल शिक्षा के लिए नीट और इंजीनियरिंग कोर्स में दाखिले के लिए जेईई की परीक्षाओं को टालने की मांग की गूंज अब सोशल मीडिया के जरिए विदेश में भी सुनाई देने लगी है। छात्रों और अभिभावकों की परीक्षा रद्द करने की मांग का पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने भी समर्थन किया है।

हम आपको बता दें कि स्वीडन की क्लाइमेट चेंज एक्टीविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने भी छात्रों के साथ खड़े होते हुए कोरोना महामारी के दौर में परीक्षा कराने का विरोध किया है। ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट किया, यह बहुत ही ज्यादा अनुचित है कि भारत के छात्रों को कोविड-19 महामारी के दौरान एक राष्ट्रीय परीक्षा में बैठने के लिए कहा गया है। जहां लाखों लोग भीषण बाढ़ से भी प्रभावित हुए हैं। मैं #PostponeJEE_NEETINCOVID के उनके कॉल के साथ खड़ी हूं।

दरअसल, कोरोना संकट काल को देखते हुए प्रतियोगी छात्रों का तर्क है कि इतने बड़े स्तर का एग्जाम कराने से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। इस बीच, सर्वोच्च न्यायालय से हरी झंडी मिलने के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्रों की लिस्ट और जरूरी गाइडलाइन 21 अगस्त को जारी कर दी है।

>>हजारों छात्र और अभिभावक हर रोज इन परीक्षाओं को टालने से जुड़े हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। सोमवार को भी परीक्षाओं के विरोध में हैशटेग #PostponeJEE_NEETinCovid ट्रेंड किया था। इसे लेकर करीब 2.80 लाख ट्वीट किए गए थे। जबकि शनिवार को भी करीब 30 हजार ट्वीट के साथ 13वें स्थान पर ट्रेंड किया।

>>ग्रेटा के अलावा देश में भी बड़े पैमाने पर नेताओं ने छात्रों की मांग का समर्थन किया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिखकर परीक्षा टालने की मांग की है। इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख चुकी हैं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी और डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने भी परीक्षा टालने का आग्रह किया है।

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