इग्नू ने अरबी, रूसी और पर्यटन में ऑनलाइन सर्टिफिकेट किए शुरू
नई दिल्ली। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने जनवरी-2020 सत्र से अरबी भाषा, रूसी भाषा और पर्यटन सहित तीन ऑनलाइन प्रमाणपत्र कार्यक्रम शुरू किए हैं।
कार्यक्रम संयोजक और इग्नू में असिस्टेंट प्रोफेसर (रूसी भाषा) डॉ. शिवाजी भास्कर ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने अरबी भाषा में प्रमाणपत्र (सीएएल), रूसी भाषा में प्रमाणपत्र (सीआरयूएल) और पर्यटन अध्ययन में प्रमाणपत्र (सीटीएस) शुरू किया है।
पर्यटन अध्ययन में प्रमाणपत्र (सीटीएस) के लिए शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास है। यह हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यमों में उपलब्ध होगा। यह कार्यक्रम न्यूनतम 6 महीना और अधिकतम एक वर्ष की अवधि का होगा। पूरे कोर्स की फीस 1800 रुपये होगी। इसके लिए परीक्षा शुल्क का अलग से भुगतान होगा।
उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में पर्यटन बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार देने वाले उद्योग के रूप में विकसित हुआ है। ऐसे में पर्यटन क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक लोगों को औपचारिक जानकारी देने में यह मददगार होगा। इस कोर्स को करने के बाद उम्मीदवार आगे की पढ़ाई के लिए पर्यटन अध्ययन में स्नातक भी कर सकता है।
अरबी भाषा में प्रमाणपत्र (सीएएल) के लिए शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास और न्यूनतम आयु 18 वर्ष आवश्यक है। इसके निर्देश का माध्यम अंग्रेजी होगा। कार्यक्रम की अवधि न्यूनतम 06 महीना और अधिकतम एक वर्ष है। कार्यक्रम की कुल फीस 1800 रुपये देय होगी। इसमें परीक्षा शुल्क शामिल नहीं है। रूसी भाषा में प्रमाणपत्र (सीआरयूएल) के लिए शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास और न्यूनतम आयु 18 वर्ष आवश्यक है। इसके निर्देश का माध्यम रूीस और अंग्रेजी होगा। कार्यक्रम की अवधि न्यूनतम 06 महीना और अधिकतम एक वर्ष है। कार्यक्रम की कुल फीस 2500 रुपये देय होगी। इसमें परीक्षा शुल्क शामिल नहीं है।
उन्होंने ऑनलाइन माध्यम के फायदे गिनतो हुए कहा कि इससे एक शिक्षक सभी शिक्षार्थियों को पढ़ाने में सक्षम होता है। इससे मुहैया की गई सामग्री समृद्ध और समझने में आसान है। सीखने की सामग्री में प्रति घंटे पांच वीडियो और संबंधित पठन सामग्री शामिल है जो सीखने की प्रक्रिया को मजबूत करेगी। सीखने वाले को आधुनिक आईसीटी के माध्यम से पहुंचाया जाएगा और 24x7 ऑनलाइन उपलब्ध होगा।