10वीं के बाद ज्वेलरी डिजाइनिंग में ऐसे... बनाएं सुनहरा करियर, कमा सकते है खूब नाम और पैसा
वेबडेस्क। महिलाओं को ज्वेलरी पहनना शुरू से पसंद रहा है लेकिन आज फैशन ट्रेंड बदलने के साथ डिमांड में बदलाव आ या है। एक समय था जब महिलाएं सिर्फ सोने के ही जेवर पहनती थी लेकिन आज डिजाइनर ज्वेलरी का जमाना है। वर्तमान समय में महिलाएं अवसर के अनुसार ज्वेलरी पहनती है। ऑफिस, पार्टी, केजुअल हर मौके के लिए महिलाएं अपनी ज्वैलरी सलेक्ट करती है चाहे वो गोल्ड या सिल्वर की या अन्य किसी धातु की हो।
इसी के चलते आज ज्वैलरी डिजाइनर्स की डिमांड बढ़ गई है, इसलिए यह युवाओं के पसंदीदा करियर में शामिल हो गया है। इसके लिए अलग से शिक्षण संस्थान और पाठ्यक्रम भी तैयार हो चुके है।यदि आप भी कुछ क्रिएटिव करते हुए अपना करियर बनाना चाहते है तो ज्वैलरी डिजाइनिंग एक अच्छा विकल्प है। इस क्षेत्र में नाम के साथ पैसा भी है।
क्या है ज्वेलरी डिजाइनिंग
फैशन के बदलते ट्रेंड के अनुसार नई ज्वेलरी डिजाइन करना ही ज्वेलरी डिजाइनिंग है। एक ज्वैलरी डिजाइनर का मुख्य काम गहनों को नई स्टाइल और पैटर्न देना होता है। इसके लिए कई कंप्यूटर सॉफ्टवेयर भी आ गए है। जिनकी मदद से आप नए डिजाइन तैयार कर सकते है। इसके बाद गोल्ड, सिल्वर, पर्ल, प्लेटिनम, आदि धातुओं को तराशकर नए डिजाइन के जेवर तैयार की जा सकती है। वर्तमान में पेपर ज्वेलरी का ट्रेंड भी खूब चल रहा है, जो इस फील्ड का एक हिस्सा है।
योग्यता -
इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए उम्मीदवार को कम से कम 12वीं पास होना जरुरी है। आप 10 वीं पास करने के बाद भी इस प्रोफेशन में आ सकते है। हाईस्कूल के बाद इस फिल्ड से जुड़े शॉर्ट टर्म डिप्लोमा कोर्स कर सकते है। डिग्री और एडवांस कोर्स करने के लिए हायर सेकेंडरी के बाद एंट्रेंस टेस्ट देना पड़ता है।
ज्वेलरी डिजाइनिंग के सर्टिफिकेट कोर्स -
- बेसिक ज्वेलरी डिज़ाइन
- कैड फॉर जेम्स एंड ज्वेलरी
- बेसिक ज्वेलरी डिज़ाइन
ज्वेलरी डिजाइनिंग में डिप्लोमा कोर्स -
- डिप्लोमा इन ज्वेलरी डिज़ाइन एंड जैमोलॉजी
- एडवांस ज्वेलरी डिज़ाइन विद कैड
- ज्वेलरी मैनुफैक्चरिंग
ज्वेलरी डिज़ाइन में ग्रेजुएशन कोर्स -
- बैचलर ऑफ एक्सेसरीज़ डिज़ाइन
- बैचलर ऑफ साइंस इन ज्वेलरी डिज़ाइन
- बैचलर ऑफ ज्वेलरी डिज़ाइन
ज्वेलरी डिजाइनिंग के लिए प्रमुख शिक्षण संस्थान
- नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली
- इंडियन जैमोलॉजी इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली
- जैमोलॉजी इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, मुंबई
- सेंट जेवियर्स कॉलेज, मुंबई
- ज्वेलरी डिज़ाइन एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट, नोएडा
- जैमस्टोन्स आर्टिसन्स ट्रेनिंग स्कूल, जयपुर
- जैम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल, जयपुर
ये स्किल्स सीखनी होगी -
इस फिल्ड में काम करने के लिए सबसे जरुरी स्किल है, कल्पना और रचनात्मक शक्ति का अच्छा होना। साथ ही इस काम में धैर्य की आवश्यकता होती है क्योंकि एक बेहतर डिजाइन के लिए कई बार घंटों बैठकर भी काम करना पड़ता है। कोर्स के दौरान आपको डिज़ाइन थीम, प्रेजेंटेशन, कॉस्ट्म्स, कलर कॉम्बिनेशन, फ्रेमिंग, प्रेजेंटेशन जैसी चीजें सीखायी जाती हैं।इसके अलावा आपको कैड, ऑटो कैड , 3डी स्टूडियो, कोरल ड्रा, फोटोशॉप, इलस्ट्रेटर जैसे सॉफ्टवेयर की जानकारी होनी जरूरी है ये ज्वेलरी डिज़ाइन में मदद करते है।
रोजगार के अवसर -
ज्वेलरी डिज़ाइन का कोर्स करने के बाद इस क्षेत्र में काफी स्कोप है। आप अच्छे संस्थान में नौकरी पाने के साथ अपना खुद का व्यवसाय कर सकते है। कोर्स पूरा होने के बाद आपका ज्वेलरी डिज़ाइनर के रूप में फैशन हॉउस, ज्वेलरी शो रूम्स, आदि कंपनियों में प्लेमेंट हो सकता है। यदि आप जॉब नहीं करना चाहते है तो आप अपना खुद का व्यवसाय कर सकते है।अपने बिज़नेस से एक्सपोर्ट और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को जोड़कर काफी आगे जा सकते हैं। इसके अलावा आप फ्री लांस के तौर पर भी काम कर सकते है। फ्रीलांसर के तौर पर अपनी इच्छानुसार फुल टाइम और पार्ट टाइम जुड़ कर पैसा कमा सकते है।
वेतन एवं आय -
इस कोर्स के बाद आप शुरुआत में किसी भी फर्म में शुरुआत में 8 से 10 हज़ार रुपए प्रति माह कमा सकते है। एक से दो वर्ष के अनुभव के बाद आप 20 से 25 हज़ार रुपए प्रति माह वेतन पा सकते है। करियर आगे बढ़ने के साथ ही सैलरी कुछ साल के बाद लाखों तक में पहुंच सकती है।