अब इस डेट को हो सकती है यूपीटीईटी परीक्षा
लखनऊ। अध्यापक पात्रता परीक्षा 2019 ( यूपीटीईटी ) अब आठ जनवरी को हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक अपर मुख्य सचिव ने राज्य सरकार की मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेज दिया है। टीईटी 22 दिसबंर को होनी थी लेकिन नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हुए बवाल और इंटरनेट न चलने के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने 8, 11 और 19 जनवरी के लिए प्रस्ताव भेजा था लेकिन विभाग इस परीक्षा को जल्द कराना चाह रहा है। इसलिए रविवार का इंतजार न करते हुए आठ जनवरी की तारीख को निश्चित किया जा रहा है। जनवरी के पहले पखवारे में ही एसएससी और भारतीय इंजीनियरिंग सर्विस की परीक्षाएं भी होनी हैं।
इससे पहले गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार में बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश द्विवेदी ने कहा था कि अभी यूपीटीईटी परीक्षा की नई तिथि को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। सतीश द्विवेदी ने कहा कि हम एक उपयुक्त डेट निकालने की कोशिश कर रहे हैं। हम यूपीटीईटी की एक ऐसी डेट निकालने की कोशिश कर रहे हैं कि इससे कोई अन्य प्रतियोगी परीक्षा क्लैश न हो। एक ही दिन यूपीटीईटी परीक्षा और अन्य कोई दूसरी प्रतियोगी परीक्षा नहीं पड़नी चाहिए। जो डेट हम निकालेंगे, उस दिन परीक्षा केंद्र एग्जाम के लिए उपलब्ध होंगे या नहीं, इस पर भी विचार करना होगा। वहीं बेसिक एजुकेशन डिपार्टमेंट की सेक्रेटरी रेणुका कुमार ने कहा कि अभी कोई नई डेट नहीं सोची गई है। जल्द ही नई तिथि का ऐलान किया जाएगा।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी अब नई तारीख में परीक्षा को कराने के लिए योजना बना रहे हैं। जल्द ही परीक्षा की तारीख भी जारी हो जाएगी। दऱअसल परीक्षा जल्द इसलिए भी करानी होगी क्योंकि यूपी बोर्ड परीक्षाएं भी नजदीक हैं। इसलिए यूपीटीईटी की परीक्षा यूपी बोर्ड परीक्षा से पहले आयोजित की जाएगी, ताकि परीक्षा के केंद्रों को लेकर समस्याएं न हों। दरअसल बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि अपरिहार्य कारणों से उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी टीईटी ) स्थगित की जाती है। परीक्षा की नई तिथि की सचूना जल्द से जल्द दी जाएगी।
आपको बता दें कि परीक्षा के स्थगित होने से सबसे ज्यादा नुकसान 16 लाख से अधिक उम्मीदवारों को हुआ है जो पिछले ढाई महीने से परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। दरअसल उत्तर प्रदेश के कई जिलों में नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के कारण नेट नहीं होने की वजह से 70 हजार से ज्यादा अभ्यार्थी शुक्रवार तक अपना एडमिट कार्ड भी डाउनलोड नहीं कर पाए थे।