यूपीएससी ने वैकेंसी से कम उम्मीदवारों के चयन पर दिया ये बयान
नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग ने उपलब्ध वैकेंसी से कम अभ्यर्थियों के चयन करने को लेकर स्पष्टीकरण दिया है। आयोग ने अपने बयान में कहा है कि 927 वैकेंसी के लिए 829 अभ्यर्थियों का चयन और रिजर्व लिस्ट की घोषणा सिविल सर्विसेज एग्जामिनेशन रूल्स 2019 के तहत की गई है।
यूपीएससी ने अपने बयान में कहा, 'यह संघ लोक सेवा आयोग के संज्ञान में आया है कि सिविल सेवा परीक्षा 2019 के लिए सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई वैकेंसी से कम उम्मीदवारों के चयन की घोषणा से जुड़ी कुछ गुमराह करने वाली जानकारियां फैलाई जा रही हैं। आयोग सिविल सेवा पदों पर भर्ती पूरी सख्ती के साथ भारत सरकार द्वारा अधिसूचित परीक्षा नियमों को ध्यान में रखकर ही करता है। ऐसे में यह स्पष्ट किया जाता है कि सिविल सर्विसेज एग्जामिनेशन रूल्स 2019 के रूल नंबर 16 (4) व (5) के मुताबिक 927 रिक्तियों को भरने के लिए पहली बार में आयोग ने 829 उम्मीदवारों का रिजल्ट और सफल उम्मीदवारों की एक रिजर्व लिस्ट जारी की है।'
आयोग ने यह भी कहा है कि रिजल्ट की यह पद्धति दशकों से चली आ रही है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि रिजर्व कैटेगरी के ऐसे उम्मीदवार, जिनका चयन जनरल स्टैंडर्ड पर किया गया है, वह फायदे को देखते हुए अपने रिजर्व स्टेटस के आधार पर अपनी सर्विस और कैडर चुन लेते हैं, ऐसी स्थिति में खाली हुई वैकेंसी को रिजर्व लिस्ट से भरा जाता है।
रिजर्व लिस्ट में रिजर्व कैटेगरी के अभ्यर्थियों की पर्याप्त संख्या है। वरीयता को लेकर होने वाली कमी की भरपाई भी इससे हो सकेगी। यूपीएससी के लिए प्रेफरेंस एक्सरसाइज के खत्म होने तक रिजर्व लिस्ट गोपनीय रखना अनिवार्य होता है।