दुनिया का सबसे बड़ा पुस्तक मेला दिल्ली में, प्रवेश शुल्क सिर्फ 30 रुपये
नई दिल्ली। नए साल में राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में दुनिया का सबसे बड़ा पुस्तक मेला का आयोजन होने जा रहा है जिसकी तैयारी चल रही है। इस मेले में पुस्तक और साहित्य प्रेमी एक ही छत के नीचे देश व विदेश की पुस्तकें खरीदने के साथ ही ज्योतिषशास्त्र के जरिए अपना भविष्य भी जान सकते हैं। प्रगति मैदान में 4 से 12 जनवरी तक चलने वाले विश्व पुस्तक मेले में इस बार एस्ट्रोलॉजी और न्यूमरोलॉजी का मेला 'नक्षत्र' का भी आयोजन किया जा रहा है।
विश्व पुस्तक मेला का अयोजक नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ इंडिया और सह-आयोजक भारत व्यापार संवर्धन संस्थान (आईटीपीओ) हैं। पुस्तक मेले की थीम-'गांधी-राइटर ऑफ राइटर्स' है। इस बार विश्व पुस्तक मेले में भारत के 800 और 40 से अधिक विदेशी प्रकाशक हिस्सा ले रहे हैं।
विश्व पुस्तक मेले के लिए नवनिर्मित हॉल के साथ हॉल नं: 8 से 12 भी उपलब्ध होगा। वहीं, 15वां 'नक्षत्र' मेला हॉल नं: 7-ए में आयोजित होगा। इसी हॉल में विश्व पुस्तक मेले के स्टॉल भी होंगे। इसके अलावा नक्षत्र मेला में तंत्र और न्यूमरोलॉजी के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस दौरान ज्योतिष पर सम्मेलन आयोजित होंगे।
विश्व पुस्तक मेले में पुस्तकों के लोकार्पण और सम्मेलन भी होंगे। इसके साथ ही 150वीं गांधी जयंती के अवसर पर मेले में विशेष आयोजन भी होंगे। इस बार मेले का समय सुबह 11 बजे से लेकर रात 8 बजे तक है। मेले में प्रवेश के लिए शुल्क यानी टिकट 30 रुपये व्यस्क और (बच्चों के लिए 20 रुपये) का होगा।