CG Naxal Encounter: नारायणपुर में जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, एक जवान शहीद
Narayanpur Naxalite Encounter
Narayanpur Naxalite Encounter : छत्तीसगढ़। नारायणपुर के अबूझमाड़ के जंगलों में सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में कांकेर का एक जवान शहीद हो गया है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने इस मुठभेड़ की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि हमारे जवानों ने लगातार नक्सलियों की फायरिंग का जवाब दिया।
जानकारी के अनुसार, नारायणपुर कोंडागांव की सीमा पर अबूझमाड़ के जंगलों में यह एनकाउंटर हुआ। इसमें दो जिलों की सुरक्षाबलों की टीम नारायणपुर और कोंडागांव की डीआरजी टीम और बीएसएफ की टीम इस नक्सल मुठभेड़ में शामिल हुई थी।
बताया जा रहा है कि, इस इलाके में 3 दिसंबर को सुरक्षाबलों की टीम रवाना हुई थी। इसके बाद से फोर्स ने पूरे इलाके में नक्सल ऑपरेशन का काम शुरू कर दिया था। इस दौरान बीते दिन बुधवार को सुरक्षाबलों के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई।
शहीद जवान के पार्थिव शरीर को आज देंगे अंतिम सलामी
नक्सल एनकाउंटर में एक प्रधान आरक्षक शहीद हुआ है। शहीद प्रधान आरक्षक का नाम बिरेंद्र कुमार सोरी है। वह नारायणपुर जिला बल में साल 2010 में आरक्षक के पद पर नियुक्त हुआ था। उसके बाद साल 2018 के नक्सल ऑपरेशन में सराहनीय काम की वजह से प्रमोशन प्रधान आरक्षक के पद पर हुआ था।
शहीद जवान बिरेंद्र कुमार सोरी के पार्थिव शरीर को सम्मान के साथ नारायणपुर लाकर 5 दिसम्बर को लगभग 11 बजे अंतिम सलामी दी जाएगी। उसके बाद उनके पार्थिव शरीर को कांकेर के लिए रवाना किया जाएगा। शहीद जवान की उम्र 36 साल थी। बस्तर आईजी ने जवान की शहादत की पुष्टि की है।
प्रधान आरक्षक बिरेंद्र कुमार सोरी का राष्ट्र सदैव ऋणी रहेगा
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि, नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए हमारे जांबाज, प्रधान आरक्षक बिरेंद्र कुमार सोरी जी की शहादत को नमन करता हूं। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। राष्ट्र आपकी वीरता और समर्पण का सदैव ऋणी रहेगा।
नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए हमारे जांबाज, प्रधान आरक्षक बिरेंद्र कुमार सोरी जी की शहादत को नमन करता हूं। शहीद बिरेंद्र कुमार सोरी जी नक्सल ऑपरेशन में वीरतापूर्ण कार्य के लिए पूर्व में आरक्षक से प्रधान आरक्षक के पद पर…
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) December 5, 2024