Bahraich Encounter: बहराइच हिंसा मामले में 5 आरोपी गिरफ्तार, एन्काउंटर में दो को लगी गोली
Encounter of two accused of Bahraich violence
Five Accused Arrested in Bahraich Violence Case : उत्तर प्रदेश। बहराइच हिंसा मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। बहराइच में हिंसा भड़काने के आरोप में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि रामगोपाल मिश्रा को गोली मारने वाले दो आरोपियों का एनकाउंटर हो गया है। दोनों आरोपियों का नाम सरफराज उर्फ रिंकू और तालिब है। बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे। फिलहाल पुलिस ने अभी मौत की पुष्टि नहीं की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक दूसरे आरोपी तालिब के पैर में गोली लगी है।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस आरोपियों के भागने का इनपुट मिला था। इनपुट के आधार पर पुलिस ने गुरुवार को नाकेबंदी कर नेपाल सीमा के पास हांडा बसेहरी नहर पर सरफराज और उसके साथ तालिब को घेर लिया था। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों से सरेंडर करने को कहा लेकिन दोनों आरोपी पुलिस को चकमा देकर भागने की कोशिश करने लगे। इस पर पुलिस ने फायरिंग शुरू की। जिसमें दोनों आरोपी घायल हो गए।
पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार
यूपी डीजीपी प्रशांत कुमार (UP DGP Prashant Kumar) ने कहा, जब पुलिस भारत-नेपाल सीमा के पास हथियार बरामदगी के लिए गिरफ्तार पांचों आरोपियों को ले जा रही थी, तो दो आरोपियों ने भागने की कोशिश की। जैसे ही उन्होंने भागने की कोशिश की, गोलियां चलाई गईं। इस दौरान मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालिब घायल हो गए। अब्दुल हमीद, फहीम और अब्दुल अफजल को गिरफ्तार किया गया।
दोनों की हालात गंभीर
पुलिस अधिकारी ने बताया कि, फिलहाल दोनों आरोपियों को आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर्स ने दोनों की हालात गंभीर बताई है। फिलहाल इलाज जारी है। बता दें कि, रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या करने वाला यही सरफराज था। सरफराज हिंसा के बाद से फरार था। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में अभी अधिक जानकारी साझा करने से मना कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने इस एन्काउंटर को अंजाम दिया है।
गौरतलब है कि बीते रविवार 13 अक्टूबर को हरदी थाना क्षेत्र के महसी इलाके के महराजगंज में मूर्ति विसर्जन के दौरान दो पक्षों में बवाल हो गया था। एक पक्ष की तरफ से रामगोपाल मिश्रा नाम के युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। रामगोपाल की हत्या के बाद से तनाव बढ़ गया था। गुस्साएं लोगों ने इलाके में दुकानों, गाड़ियों और घरों को आग के हवाले कर दिया था ।