Feroz Khan biography: फिरोज खान बॉलीवुड के आइकॉनिक काऊबॉय का अनकहा सफर"

फिरोज खान बॉलीवुड के आइकॉनिक काऊबॉय का अनकहा सफर
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फिरोज खान ने अपने अनोखे अंदाज, दमदार आवाज, और बेहतरीन एक्टिंग से बॉलीवुड में एक खास पहचान बनाई। जानिए उनके बचपन से लेकर करियर तक का सफर और कुछ अनकही कहानियां, जो उन्हें एक आइकॉनिक काऊबॉय बनाती हैं।

25 सितंबर 1939 को बेंगलुरु में जन्मे फिरोज खान का परिवार अफगानिस्तान से भारत आकर बसा था, और उनकी मां ईरानी थीं। उनकी शुरुआती शिक्षा बेंगलुरु में पूरी हुई, जिसके बाद उन्होंने मुंबई का रुख किया। 1960 में उन्होंने फिल्म 'दीदी' से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद जल्द ही उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना ली। खास बात यह रही कि उन्होंने हॉलीवुड फिल्म ‘टार्जन गोज टू इंडिया’ में भी अभिनय किया, जिससे उनकी लोकप्रियता और बढ़ गई।

फिरोज और मुमताज की कहानी

फिरोज खान की पर्सनल लाइफ भी काफी चर्चा में रही। उन्होंने सुंदरी से शादी की थी और उनके दो बच्चे, लैला और फरदीन खान हुए। हालांकि, उनके और सुंदरी के बीच अनबन हो गई, क्योंकि फिरोज का दिल किसी और पर आ गया था। वह अभिनेत्री मुमताज को बहुत पसंद करते थे और उनसे शादी करना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। हालांकि, उनके बेटे फरदीन ने मुमताज की बेटी नताशा से शादी कर ली, जिससे फिरोज और मुमताज समधी बन गए।

पाकिस्तान में बैन होने की घटना

फिरोज खान सिर्फ अपनी फिल्मों ही नहीं बल्कि अपने बिंदास स्वभाव और बयानों के लिए भी जाने जाते थे। साल 2006 में वह एक फिल्म के प्रमोशन के लिए पाकिस्तान गए थे, जहां भारत की तारीफ और पाकिस्तान की आलोचना के कारण एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया। इस घटना के बाद पाकिस्तान में उनकी एंट्री पर बैन लगा दिया गया, लेकिन फिर भी उनकी लोकप्रियता कम नहीं हुई।

फिरोज की फिल्मों की सफलता

फिरोज खान ने बॉलीवुड में कई हिट फिल्में दीं, जिनमें ‘आरजू’, ‘सफर’, ‘मेला’, ‘अपराध’, ‘धर्मात्मा’, ‘कुर्बानी’, ‘जांबाज’ और ‘वेलकम’ जैसी फिल्में शामिल हैं। उनकी फिल्म ‘कुर्बानी’ ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी थी। यह फिल्म मुंबई में तीन महीने तक हाउसफुल चली थी और इसकी जबरदस्त कमाई ने नोटों की बारिश कर दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फिरोज ने एक टीम को केवल नोट गिनने के लिए रखा था, और उस वक्त यह फिल्म 1.55 करोड़ में बनी थी, लेकिन इसने 6 करोड़ से अधिक की कमाई की थी। 70-80 के दशक के सबसे खूबसूरत हीरोज में से एक फिरोज को इंडस्ट्री का 'काऊ' ब्वॉय कहा जाता था। आज उनकी जन्म तिथि पर जानिए उनसे जुड़ी कुछ खास बातें।

फिरोज खान का एक किस्सा काफी फेमस है

जब फिल्म आदमी और इंसान की शूटिंग के दौरान उनका सामना अभिनेता राजकुमार से हुआ. राजकुमार ने फिरोज को एक्टिंग के कुछ टिप्स दिए, लेकिन फिरोज ने सीधे कहा, आप अपनी एक्टिंग अपने तरीके से करें, मैं अपनी एक्टिंग अपने तरीके से करूंगा. राजकुमार को यह बात पसंद आई और उन्होंने कहा, मैं भी ऐसा ही हूं, और हमेशा ऐसे ही रहना,फिरोज ने आरजू, सफर, मेला, अपराध, खोटे सिक्के, काला सोना, धर्मात्मा, नागिन, कुर्बानी, जांबाज और वेलकम जैसी सफल हिंदी फिल्मों में बेहतरीन भूमिकाओं से सभी का दिल जीता है.फिरोज खान ने ‘कुर्बानी’, ‘दयावान’, ‘यलगार’, ‘जांबाज’ जैसी फिल्मों में अपनी शानदार एक्टिंग से लोगों का दिल जीता. उनकी आखिरी फिल्म ‘वेलकम’ थी, जिसमें उन्होंने आरडीएक्स का दमदार किरदार निभाया. कैंसर की वजह से साल 2009 में वह इस दुनिया को अलविदा कह गए. आखिरी वक्त में उन्होंने बेंगलुरु में अपने फार्महाउस पर समय बिताया.



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