'कलाकरी फिल्म फेस्टिवल' बना महिला फिल्म निर्माताओं की आवाज

कलाकरी फिल्म फेस्टिवल बना महिला फिल्म निर्माताओं की आवाज
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वेबडेस्क। कलाकारी फिल्म फेस्टिवल ऋषि निकम द्वारा कलाकरी फिल्म समारोह के छठे संस्करण में 500 से अधिक महिला-उन्मुख फिल्में हैं। यह विभिन्न भारतीय क्षेत्रों की महिला फिल्म निर्माताओं की फिल्मों को भी बढ़ावा देगा।

एक फिल्म का कोई लिंग नहीं होता है; इसके निर्माता को केवल उनके लिंग के आधार पर नहीं आंका जाना चाहिए।कलाकरी फिल्म फेस्ट के संस्थापक ऋषि निकम ने कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य भारत के उन कलाकारों को एक मंच प्रदान करना है जिनके पास विश्व स्तर पर अपनी प्रतिभा और कला को प्रदर्शित करने का माध्यम नहीं है। इस प्रकार, कलाकारी भारतीय कला को फैलाने में मदद करता है। हम चाहते हैं कि हमारे कलाकारों को पहचान मिले। इस उत्सव में कारीगरों के लिए कोई पंजीकरण शुल्क नहीं है।


बहुत कम समय में कलाकरी ने आम लोगों के साथ-साथ बड़ी हस्तियों के बीच भी लोकप्रियता हासिल कर ली है। हम आदित्य इटोरिया और प्रिया यादव जैसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों से बनी एक महान टीम हैं।इस फेस्ट में कोरोना के चलते दुनिया भर के सेलेब्रिटीज ऑनलाइन अपनी मौजूदगी दर्ज कराएंगे। साथ ही वीडियो के माध्यम से कलाकारी फिल्म फेस्टिवल को बधाई संदेश और शुभकामनाएं भेजी गई, जिससे कलाकारों में उत्साह बढ़ गया है।

उल्लेखनीय है कि सिनेमाघरों को जल्द खोले जाने की मांग को लेकर मुंबई के फिल्म निर्माता एवं वितरकों ने शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत से गुरुवार को मुलाकात की थी। इस दौरान राऊत ने फिल्म उद्योग को तुरंत सहायता दिलाने के लिए प्रयास करने का भरोसा दिलाया था। पेन स्टूडियोज के प्रबंध निदेशक डॉ. जेएल गडा के नेतृत्व में हुई इस मुलाकात के दौरान फिल्म जगत के समक्ष महाराष्ट्र के सिनेमाघर बंद होने से आ रही दिक्कतों पर विस्तृत चर्चा हुई थी।

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