राजेश खन्ना के अंतिम दिनों में फिल्म जगत का कोई नहीं था साथ: मुश्ताक खान

राजेश खन्ना के अंतिम दिनों में फिल्म जगत का कोई नहीं था साथ: मुश्ताक खान
राजेश खन्ना के साथ तब काम किया, जब वह अपनी लोकप्रियता के शिखर पर थे। तब सब कुछ अलग था और बाद में जब मैं उनके साथ काम कर रहा था तो मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि मैं राजेश खन्ना के साथ काम कर रहा हूं।

फिल्म जगत के पहले सुपरस्टार से जाने वाले अभिनेता राजेश खन्ना को लेकर हाल ही में एक इंटरव्यू में बॉलीवुड एक्टर मुश्ताक खान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बताया कि एक समय में राजेश खन्ना को अपनी फिल्म लेने के लिए निर्देशक व निर्माता उनके दरवाजे पर लाइन लगाए रहते थे, लेकिन आखिरी दिनों में कला जगत के लोगों ने उनसे मुंह मोड़ लिया था।

वर्ष 1966 में फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू करने वाले राजेश खन्ना को काका के नाम से काफी लोकप्रियता मिली थी। हाल ही में मुश्ताक खान ने एक इंटरव्यू में बताया कि कैसे राजेश खन्ना का स्टारडम धीरे-धीरे कम होता गया। मुश्ताक खान ने कहा, "राजेश खन्ना के आखिरी दिनों में उनके साथ कोई नहीं था। फिल्म इंडस्ट्री में कोई भी उनके साथ खड़ा नहीं था। मैंने राजेश खन्ना के साथ तब काम किया, जब वह अपनी लोकप्रियता के शिखर पर थे। तब सब कुछ अलग था और बाद में जब मैं उनके साथ काम कर रहा था तो मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि मैं राजेश खन्ना के साथ काम कर रहा हूं।

उनका पहले जैसा सम्मान किसी ने नहीं किया। किसी ने उनसे सवाल भी नहीं किया। उन्होंने बताया कि 'उन्होंने राजेश खन्ना के साथ वर्ष 2010 में 'दो दिलों के खेल में' फिल्म में काम किया। इस फिल्म के सेट पर उनके साथ की तस्वीर बेहद अलग थी। कोई भी उनके पीछे नहीं खड़ा था। फिल्म इंडस्ट्री ऐसी ही है और आपको इसे स्वीकार करना होगा। ऐसा हर किसी के साथ होता है। सभी ने उन्हें अकेला छोड़ दिया था।"

इसी बीच मुश्ताक ने अपने इंटरव्यू में अपने करियर को लेकर भी बताया कि कैसे उन्हें कला जगत में घटिया व्यवहार मिला, कैसे उन्हें हर बार कम पारिश्रमिक मिला। मुश्ताक ने 'हम हैं राही प्यार के', 'वेलकम', 'दिल है कि मानता नहीं' और 'मन' जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। हालांकि, उन्हें वह लोकप्रियता और स्टारडम नहीं मिला, जिसके वह हकदार थे।

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