60 की उम्र के बाद अमिताभ बच्चन की फिल्म 'ऊंचाई' कैसे जिए जीवन को सिखाती है

60 की उम्र के बाद अमिताभ बच्चन की फिल्म ऊंचाई कैसे जिए जीवन को सिखाती है
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फिल्म निर्माता सूरज बड़जात्या के साथ चर्चारत स्वदेश विशेष प्रतिनिधि राजीव अग्रवाल

- फिल्म निर्माता सूरज बडज़ात्या से स्वदेश की विशेष बातचीत

- युवा दो वर्ष मुंबई आकर संघर्ष करें तब मिलेगा मंजिल

ग्वालियर, न.सं.। शीघ्र ही रूपहले पर्दे पर सिने अभिनेता अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म ऊंचाई दिखाई देगी। जिसे प्रसिद्ध फिल्म निर्माता-निर्देशक सूरज बडज़ात्या ने बनाया है। फिल्म लॉकडाउन के दौरान 60 वर्ष से अधिक आयु के मित्रों द्वारा कैसे जीवन जिया और ऐवरेस्ट की ऊंचाईयां हासिल की इस पर आधारित है जिसमें चार मित्र अपने एक साथी की मृत्यु के बाद किस तरह अपना जीवन आगे बढ़ा रहे हैं। उसका चित्रण किया गया है। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन के साथ अनुपम खेर, बॉमन ईरानी, परिणिता, सारिका, डैनी डेन्गजोप्पा, नीना गुप्ता मुख्य भूमिका में हैं। यह सभी कलाकार एक साथ इस फिल्म में जान डाल रहे हैं। फिल्म की शूटिंग बुधवार को दिल्ली में पूर्ण हुई है। यह फिल्म दीपावली के आसपास रिलीज होगी। यह बात ग्वालियर प्रवास पर आए प्रसिद्ध फिल्म निर्माता निर्देशक सूरज बडज़ात्या ने स्वदेश विशेष चर्चा करते हुए बताई। इस फिल्म की शूटिंग उत्तरप्रदेश, नेपाल, दिल्ली आदि में हुई हैं।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में लेखक सुनील गांधी उनके पास आए थे। इसके बाद वर्ष 2020 में जिस तरह से लॉकडाउन लगा और कई लोग इस संक्रमण में अपना गंवा गए ऐसी ही कुछ कहानी उंचाई फिल्म की है। जिसमें चार मित्र होते हैं जिसमें से एक की मृत्यु हो जाने पर अन्य ने एक ग्रुप बनाकर जीवन आगे बढ़ाया इसका वर्णन है। क्योंकि एक उम्र के बाद जीवन का पड़ाव थम जाता है, ऐसी परिस्थितियों में हिमालय की ऊंचाईयों तक जीवन जीना आसान नहीं है लेकिन अपने लिए सब जिएंगे ऐसा इस फिल्म में दर्शाया गया है।

अच्छा लगा अमिताभ के साथ काम करना:-

उन्होंने बताया कि सिने स्टार अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म करने के पहले लगा था कि उनको अभिनय के लिए कहने में संकोच होगा, लेकिन अमिताभ ने अपने किरदार को पूरी तरह मेरे निर्देशन में किया। मुझे काफी अच्छा लगा।

80 वर्ष की वृद्धा ने आश्रम के लिए मांगी जमीन:-

वे बताते हैं कि गुजरात में एक 80 वर्ष की वृद्धा सरकारी कार्यालय में जाकर आश्रम के लिए जमीन मांगती है इस पर वहां मौजूद अधिकारी उन्हें डपटकर पूछता है इसे चलाएगा कौन। इस पर उस वृद्धा का जवाब था मैं। तब वह अधिकारी उस महिला के पैर पकड़ लेता है कि 80 की उम्र में अपने लिए नहीं दूसरे के लिए सोच रहा है।

ग्लेमर और पैसा कमाने मुंबईं ना आए:-

उनसे जब पूछा गया कि ग्वालियर के कुछ युवा अपनी प्रतिभा दिखाने मुंबई आ सकते हैं, इस पर उन्होंने कहा कि उन युवाओं को मुंबई आकर दो वर्ष संघर्ष करना होगा फिर वह तय करें कि उनके भीतर कितनी प्रतिभा है और वहां कितनी प्रतिस्पर्धा है। सिर्फ ग्लेमर, फैशन और पैसा कमाने के लालच में मुंबई आना ठीक नहीं।

विवेक ने सोचा तो बनाई द कश्मीर फाईल्स:-

श्री बडज़ात्या से जब पूछा गया कि हाल ही में द कश्मीर फाईल्स फिल्म आई है जो बेहद हिट हुई है और सच्चाई पर आधारित है। क्या इस तरह की फिल्म आप बनाएंगे। इस पर उनका सीधा जवाब था कि विवेक अवस्थी के दिलों दिमाग में जो सोच थी, तो उन्होंने द कश्मीर फाइल्स बनाई। मेरे दिमाग में आया तो मैंने ऊंचाई बनाई। इसी तरह जब उनसे पूछा गया कि राष्ट्रवाद से ओतप्रोत द कश्मीर फाइल्स और द कनवर्जन फिल्म को लेकर बॉलीवुड दो खेमों में बटा है जिसमें एक बड़ा खेमा किसी तरह की प्रतिक्रिया और इसे प्रमोट करने आगे नहीं आया? इस पर उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी अदालत जनता होती है। इसलिए मैं जनता के भरोसे हूं।

प्रशांत के दो गाने ग्वालियर से लिए:-

श्री बडज़ात्या ने एक रहस्योदघाटन किया कि सुपरहिट फिल्म 'हम आपके हैं कौन' में फिल्माए गए दो गीत दीदी तेरा देवर दीवाना और माए नि माए मुंडेर पे तेरी बोल रहा है कागा के बोल ग्वालियर से प्रशांत गंगवाल द्वारा दिए गए। इसके लिए उन्होंने महाराज बाड़ा से झोला भरकर कैसटें ंमुंबई पहुंचाईं थी।

बेटा भी निर्देशन के क्षेत्र में:-

उन्होंने बताया कि उनकी स्वयं की अगली फिल्म जून-जुलाई सलमान खान को लेकर शुरू की जाएगी। जबकि उनका बेटा अवनीश भी निर्माता निर्देशक के रूप में एक फिल्म करने जा रहे हैं जिसके हीरो सन्नी देओल के दूसरे नंबर के बेटे राजवीर देव होंगे।

ग्वालियर फिल्म की शूटिंग लायक नहीं:-

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी फिल्मों के लिए ग्वालियर का चयन नहीं किया क्योंकि यह स्थल उनकी फिल्मों की शूटिंग के लायक नहीं लगा। वैसे वह यह मानते हैं कि मध्य प्रदेश में भोपाल और ग्वालियर में अन्य फिल्मों की शूटिंग होती रही हैं।

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