MP NEWS: बांधवगढ़ में हाथियों की मौत के मामले में सरकार का एक्शन, वाइल्डलाइफ वार्डन वीएन अंबाड़े को हटाया

बांधवगढ़ में हाथियों की मौत के मामले में सरकार का एक्शन
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बांधवगढ़ में हाथियों की मौत के मामले में सरकार का एक्शन

Chief Wildlife Warden VN Ambade Removed : मध्य प्रदेश। उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत के मामले में मध्यप्रदेश सरकार ने एक्शन लिया है। प्रदेश के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन वीएन अंबाड़े को पद से हटा दिया गया है। अंबाड़े को वन विकास निगम में MD बनाया गया है।

शासन द्वारा बीते दिन गुरुवार देर शाम को जारी किये गए आदेश के अनुसार, वीएन अंबाड़े को मध्य प्रदेश के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन के पद से हटाकर वन विकास निगम में MD बनाया गया है। वीएन अंबाड़े की जगह इस पद पर वित्त और बजट शाखा के प्रधान मुख्य वन संरक्षक शुभरंजन सेन को नया वाइल्ड लाइफ वार्डन नियुक्त किया जाता है।

अपर मुख्य सचिव वन अशोक बर्णवाल इसे अंबाड़े का प्रमोशन बता रहे हैं। उनका कहना है कि, अंबाड़े का प्रमोशन हुआ है। वन बल प्रमुख बनने से पहले वन विकास निगम में भी रहना पड़ता है। इसलिए हाथियों की मौत के मामले से उनकी पोस्टिंग को जोड़ना गलत है। बता दें कि, चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन को पहली नहीं हटाया गया हैं। इससे पहले 6 चीतों की मौत पर तत्कालीन चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन जेएस चौहान को 17 जुलाई 2023 को हटाया गया था।

हाथियों की मौत के मामले में 2 अधिकारी निलंबित

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों की मौत के मामले में 2 अधिकारियों को निलंबित किया गया था। फील्ड डायरेक्टर गौरव चौधरी और उप वनमंडल अधिकारी फतेसिंह निनामा सस्पेंड हुए थे। गौरव चौधरी घटना से पहले छुट्टी पर गए और जानकारी मिलने पर वापस नहीं लौटे। वहीं फतेसिंह निनामा पर लापरवाही और समय पर नेतृत्व नहीं करने के आरोप थे।

कोदो खाने से हुई हाथियों की मौत

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में ज्यादा मात्रा में फंगस लगी कोदो खाने से 10 हाथियों की मौत हुई थी। इसमें 9 मादा और एक नर हाथी शामिल था। स्टेट फॉरेंसिक लैब सागर से मृत हाथियों के विसरा नमूनों की विषाक्तता रिपोर्ट आई थी। इसमें हाथियों के पेट में कोई और धातु या कीटनाशक नहीं पाया गया था।

राज्य स्तरीय हाथी टास्क फोर्स का गठन

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घोषणा की थी कि मध्यप्रदेश में राज्य स्तरीय हाथी टास्क फोर्स बनाया जाएगा। हाथी मित्र नियुक्त किए जाएंगे और सोलर फेंसिंग से किसानों की फसलों को बचाया जाएगा। इसके अलावा, कृषि वानिकी और अन्य वैकल्पिक कार्यों से किसानों को जोड़ने के प्रयास होंगे। सीएम मोहन ने वन क्षेत्रों में हाथियों की बसाहट और सह अस्तित्व को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय वन मंत्री से चर्चा की थी।

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